श्रीलंका ने हिंसक झड़प और प्रदर्शनों के बाद मंगलवार को हजारों सैनिकों को तैनात किया है और देशभर में कर्फ्यू जारी है. बड़े आर्थिक संकट के बाद सोमवार को हुई हिंसा में एक सांसद समेत 5 लोग मारे गए और 200 घायल हुए हैं. सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया था लेकिन इससे जनता के गुस्से को शांत कराने में कोई खास मदद नहीं मिली. दिन के आखिर में हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राजधानी कोलंबो में महिंदा राजपक्षे के घर को आग लगा दी.
पुलिस को आंसू गैस छोड़नी पड़ी और चेतावनी में गोलियां दागीं. महिंदा राजपक्षे को सेना ने सुरक्षित बचाया.
श्रीलंका में भीषण आर्थिक संकट के बीच कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज (CSE) ने निपटान संबंधी कठिनाइयों के कारण मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी है. इससे पहले शेयर बाजार लगभग एक सप्ताह तक बंद था.
प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद श्रीलंका में अभूतपूर्व हिंसा और राजनीतिक संकट के एक दिन बाद यह निर्णय लिया गया.
सीएसई ने एक परिपत्र में कहा, ‘‘कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज को बताया गया है कि सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका का रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) सिस्टम आज (10 मई 2022) काम नहीं करेगा.''
परिपत्र में आगे कहा गया कि ऐसे में सीएसई का सेंट्रल डिपॉजिटरी सिस्टम (सीडीएस) 10 मई 2022 को फंड निपटान और प्रतिभूति निपटान नहीं कर सकेगा.
परिपत्र के मुताबिक, ‘‘इन परिस्थितियों में सीएसई ने आज (10 मई 2022) बाजार में छुट्टी घोषित की है.''