शहबाज शरीफ एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. नवनिर्वाचित संसद में आराम से बहुमत हासिल करने के बाद शहबाज शरीफ रविवार को गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन रहे हैं. रविवार को वोटिंग के बाद उन्हें प्रधानमंत्री चुन लिया गया. 72 वर्षीय शहबाज़, जो पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सर्वसम्मति से उम्मीदवार थे, उनको 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले.
शहबाज के प्रतिद्वंद्वी जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उमर अयूब खान को 92 वोट मिले. पीटीआई समर्थित सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के बीच नई संसद का सत्र बुलाया गया. शहबाज को सोमवार को राष्ट्रपति भवन ऐवान-ए-सद्र में पद की शपथ दिलाई जाएगी.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन को देश में आठ फरवरी को हुए चुनाव के बाद गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) का समर्थन मिला है. शहबाज शरीफ को पीपीपी के अलावा एमक्यूएम-पी और अन्य दलों का समर्थन प्राप्त है.
आम चुनाव में पीटीआई पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली की सर्वाधिक 93 सीट जीती थी. पीएमएल-एन ने 75 और पीपीपी को 54 सीट पर जीत मिली थी. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के खाते में 17 सीट आई थीं.
बता दें कि पाकिस्तान में आम चुनाव कराने के लिए संसद भंग होने से पहले शहबाज़ ने अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया.
ये भी पढ़ें :-
संदिग्ध परमाणु खेप के कारण चीन से पाकिस्तान जा रहे जहाज को मुंबई बंदरगाह पर रोका गया: रिपोर्ट
"हमारे आंतरिक मामलों में न बोलें": UN में पाकिस्तान को भारत की दो टूक