"घटना ने हमें पूरी तरह झकझोर दिया" : इटली में केरल के कपल से जेबकतरों ने चुराए पासपोर्ट और पैसे

यह घटना 5 मार्च को उस वक्त हुई जब कपल इटली के मिलान सेंट्रल रेलवे स्टेशन से फ्लोरेंस के लिए ट्रेन लेने के लिए पहुंचा था.

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डॉ. जोथीदेव केशवदेव और उनकी पत्नी सुनीता फ्लोरेंस में एक शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए इटली गए थे.

विदेश में अपना पासपोर्ट या फिर पर्स आदि खो देना किसी भी इंसान को बुरी तरह से परेशान कर सकता है. हाल ही में केरल के एक कपल के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है. दरअसल, दोनों इटली के मिलान में थे, जहां जेबकतरों ने उनका पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ट और कैश चुरा लिया. बता दें कि पेशे से चिकित्सक और मधुमेह शोधकर्ता जोथीदेव केशवदेव और उनकी पत्नी सुनीता ने फ्लोरेंस में एक शोध पत्र प्रस्तुत करना था और इसी काम से दोनों इटली पहुंचे थे.

यह घटना 5 मार्च को उस वक्त हुई जब कपल इटली के मिलान सेंट्रल रेलवे स्टेशन से फ्लोरेंस के लिए ट्रेन लेने के लिए पहुंचा था. स्टेशन के अंदर जाते वक्त उनसे एक पतला अफ्रीकन-अमेरिकी व्यक्ति टकराया था. केशवदेश ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "उसका बड़ा ट्रॉली बैग मेरे सीधे घुटने में लगा और मैं लगभग गिर ही गया था. एकदम से मेरी पत्नी मेरी मदद करने के लिए नीचे झुकी तो सामान से उसका ध्यान हट गया और जब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो एक महिला हमारे पास से निकल रही थी और अचानक ही वो महिला और व्यक्ति गायब हो गए."

बाद में जब उनकी पत्नी ने अपना पर्स खोला तो उन्हें एहसास हुआ कि उनका वॉलेट जिसमें पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और कैश था वो गायब हो गया है. वो तुरंत ही पुलिस स्टेशन पहुंचे और काफी देर तक इंतजार करने के बाद पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज की और फिर उनसे मिलान में भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क करने के लिए कहा. 

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अगले दिन दोनों ने अपने फैमिली फ्रेंड और सांसद शशि थरूर से बात की. डॉक्टर ने अपनी पोस्ट में बताया, "उनकी प्रतिक्रिया त्वरित और शक्तिशाली थी. SC का अत्यंत आभार है. उन्होंने तुरंत इटली में भारतीय वाणिज्य दूतावास को जानकारी दी और सुबह 9 बजे मेरे पास वहां से फोन आ गया. महावाणिज्य अतुल चौहान ने हमें सांत्वना दी और वादा किया कि वो हम दोनों के लिए एक आपातकालीन पासपोर्ट की व्यवस्था कराएंगे."

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उन्होंने आगे लिखा, "दूतावास पहुंचने पर अधिकारी बहुत विनम्र थे और उन्होंने गर्मजोशी से हमारा स्वागत किया. एक घंटे के अंदर ही उन्होंने हमें आपातकालीन पासपोर्ट उपलब्ध कराए और हमें फ्लोरेंस में बैठकों और प्रस्तुतियों के बाद ही भारत वापस जाने का विश्वास दिलाया. दोस्त मैं आपको बता दूं कि विदेशी देश में अपना पासपोर्ट और पैसों का खो जाना बहुत ही भयानक और डरावना अनुभव होता है". 

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केशवदेव ने बताया कि इस हादसे ने उन्हें हिला कर रख दिया है और वो दोषी महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "हो सकता है कि इतने दशकों से नियमित रूप से विदेशों में यात्रा करने की वजह से हम केयरलेस हो गए थे और इस घटना ने हमें सबक सिखाया है". डॉक्टर ने यह भी बताया कि इटली में जेबकतरी या फिर चोरी होना बहुत ही आम बात है और इस वजह से उन्होंने यहां आने वाले यात्रियों को सावधान रहने की भी सलाह दी है.

शशि थरूर ने भी उनकी इस पोस्ट पर रिएक्ट किया और लिखा, "मैं खुश हूं कि अंत में चीजें सही हो गईं. हम बहुत खुश हैं कि हमारे वाणिज्य दूतावास ने वह किया जो आवश्यक था."

बता दें कि जेबकतरे बड़े पैमाने पर पर्यटकों को निशाना बनाते हैं, क्योंकि वे अक्सर भ्रमित रहते हैं और नई जगहों को देखकर काफी खुश होत हैं और उनमें स्थानीय चीजों को लेकर जागरूकता की कमी होती है.

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