रूस की सरकार अपने नागरिकों के लिए मैसेंजिंग ऐप WhatsApp की जगह अपने समर्थित वाले ऐप को आगे बढ़ा रही है. रूस की पुतिन सरकार न सिर्फ इसे प्रमोट कर रही है बल्कि यह नियम बना दिया है कि अगले महीने से रूस में जो भी मोबाइल फोन और टैबलेट बिकेंगे, इसमें सरकार के समर्थन वाला यह ऐप पहले से इंस्टॉल होना चाहिए. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार रूसी सरकार ने गुरुवार, 21 अगस्त को यह बात कही.
MAX को क्यों प्रमोट कर रही रूसी सरकार?
यह MAX ऐप नया-नया है और सरकार-नियंत्रित है. MAX की लोकप्रियता को बढ़ावा देने से पहले रूस में मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर कुछ कॉल को प्रतिबंधित किया गया था. रूस का आरोप है कि विदेशी स्वामित्व वाले ये मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म धोखाधड़ी और आतंकवाद के मामलों में रूस की पुलिस के साथ जानकारी शेयर नहीं करते हैं.
रूस की सरकार पर आरोप है कि वह इंटरनेट क्षेत्र पर अधिक नियंत्रण कपना चाहती है. सरकार ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि MAX को रूस की सरकारी सेवाओं के साथ एकीकृत (इंटिग्रेट) किया जाएगा. साथ ही 1 सितंबर से रूस में बेचे जाने वाले मोबाइल फोन और टैबलेट सहित सभी "गैजेट्स" पर इसे अनिवार्य रूप से प्री-इंस्टॉल किया जाएगा.
और कई ऐप भी होंगे प्री-इंस्टॉल
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार रूी सरकार ने कहा कि 1 सितंबर से ही रूस के अपने ऐप स्टोर, रुस्टोर को सभी ऐप्पल डिवाइसों पर भी प्री-इंस्टॉल करना अनिवार्य होगा. अभी रुस्टोर रूस के सभी एंड्रॉइड डिवाइसों पर प्री-इंस्टॉल आता है.
इसके अलावा LIME HD TV नाम के ऑनलाइन रूसी भाषा के टीवी ऐप को अगले साल 1 जनवरी से रूस में बेचे जाने वाले सभी स्मार्ट टीवी पर पहले से इंस्टॉल किया जाएगा. यह ऐप यहां के लोगों को मुफ्त में सरकारी टीवी चैनल देखने की अनुमति देता है.