- पुतिन ने अमेरिका को चेतावनी दी कि यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइल देने से दोनों के संबंध गंभीर रूप से खराब होंगे
- पुतिन का मानना है कि टॉमहॉक मिसाइल मिलने के बाद भी युद्ध के मैदान पर स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा
- टॉमहॉक क्रूज मिसाइल लंबी दूरी तक सटीक निशाना लगाने में सक्षम है और समुद्र से लॉन्च की जाती है
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर उसने यूक्रेन को अपनी लंबी दूरी की मिसाइलें- टॉमहॉक दीं तो मॉस्को और वाशिंगटन के बीच संबंध गंभीर रूप से खराब हो जाएंगे. यमन में हूतियों के खिलाफ तबाही मचाकर इस टॉमहॉक क्रूज मिसाइल ने अपनी काबिलियत पहले ही दिखा दी है. हालांकि पुतिन का मानना है कि अगर यूक्रेन के हाथ में ये मिसाइलें आ भी जाएं तो युद्ध के मैदान पर स्थिति नहीं बदलेगी, रूसी सेना आगे बढ़ती रहेगी.
अमेरिका का टॉमहॉक मिसाइल कितना खतरनाक?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार टॉमहॉक लैंड अटैक मिसाइल एक लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल है. इसे आमतौर पर ऐसे मिशन में इस्तेमाल किया जाता है जहां दुश्मन देश में अंदर तक हमला करना हो. इसे समुद्र से लॉन्च किया जाता है. सटीक-निशाना लगाने की काबिलियत वाले टॉमहॉक क्रूज मिसाइल भारी सुरक्षा वाले हवाई क्षेत्र में भी 1,600 किमी दूर से लक्ष्य पर हमला कर सकती है.
मिसाइल की लंबाई 6.1 मीटर और पंखों (विंग) का फैलाव 8.5 फीट है और इसका वजन लगभग 1,510 किलोग्राम है.
अमेरिकी और उसकी सहयोगी सेनाओं ने GPS से लैस टॉमहॉक का फ्लाइट टेस्ट किया है और इसका उपयोग परिचालन वातावरण (ऑपरेशनल एनवायरमेंटल) में किया है. अमेरिकी और ब्रिटेन की नौसेनाओं ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर टॉमहॉक मिसाइलें लॉन्च की थीं.
टॉमहॉक मिसाइल को बनाने में खर्च कितना आता है?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार RTX की रेथियॉन यूनिट बिना परमाणु बम वाले टॉमहॉक मिसाइल बनाती है जिसे जमीन या समुद्र से लॉन्च किया जा सकता है. पेंटागन के बजट आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका ने 2026 में 57 मिसाइलें खरीदने की योजना बनाई है. इनकी औसत लागत 1.3 मिलियन डॉलर (लगभग 11.5 करोड़ रुपए) है.
ट्रंप को ‘कागज का शेर' वाले तंज पर दिया जवाब
ट्रंप ने रूस को पेपर टाइगर यानी कागज का शेर कहा था क्योंकि साढ़े तीन साल से अधिक की लड़ाई के बाद भी वो अपने छोटे पड़ोसी देश को नहीं हरा पाया है. जब ट्रंप के इस तंज पर पुतिन से सवाल किया गया तो उन्होंने तर्क दिया कि रूस ने यूक्रेन का समर्थन करने वाले सभी नाटो सहयोगियों का भी सामना किया है. "हम नाटो के पूरे गुट के खिलाफ लड़ रहे हैं और हम आगे बढ़ते रहते हैं. हम आश्वस्त महसूस करते हैं. अगर हम एक कागजी शेर हैं तो नाटो खुद क्या है?... एक कागजी बाघ? फिर जाओ और इस कागजी बाघ से निपटो."