नाटो (NATO) के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने कहा है कि यूक्रेन (Ukraine) के लिए पश्चिमी देशों का सैन्य और वित्तीय समर्थन यूरोप (Europe) के लोगों को महंगा पड़ रहा है, लेकिन यह जरूरी है. स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि हालांकि यूरोपीय देशों को इसके बावजूद कीव (Kyiv) को सैन्य आपूर्ति जारी रखनी चाहिए, क्योंकि "शांति बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका यूक्रेन का समर्थन करना है. उन्होंने विशेष रूप से जर्मनी की सहायता का उल्लेख किया, जो देश को वायु रक्षा प्रणालियों और हॉवित्जर तोपों की आपूर्ति करता है. उन्होंने जोर देकर कहा "जर्मनी के हथियार जीवन बचाते हैं.
मास्को ने बार-बार संघर्ष में शामिल होने के खिलाफ पश्चिम को चेतावनी दी है, जबकि यूरोपीय संघ, अमेरिका और नाटो ने यह सुनिश्चित किया है कि वे यूक्रेन के सैनिकों को प्रशिक्षित करने, यूक्रेन को प्रशिक्षक और हार्डवेयर भेजने और खुफिया जानकारी और सहयोग प्रदान करने के बावजूद शत्रुता में शामिल नहीं हैं.
रूस के राष्ट्रपति के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने कहा कि पश्चिम से हथियारों के साथ यूक्रेन को सहायता करना रूस-यूक्रेन वार्ता की सफलता में योगदान नहीं देगा और इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
इससे पहले रूस ने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति के मुद्दे पर सभी देशों को एक राजनयिक पत्र भेजा था. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हथियार युक्त यूक्रेन रूस के लिए एक वैध लक्ष्य बन जाएगा.