रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की "शक्ति यूक्रेन (Ukraine) में कमजोर पड़ती जा रही है" और उनकी सेनाओं को आने वाले समय में "रुकना" पड़ेगा. ब्रिटेन(UK) की अंतरराष्ट्रीय खुफिया जानकारी जुटाने वाली सेवा MI6 ने यह कहा है. एस्पन सिक्योरिटी फोरम (Aspen Security Forum) में गुरुवार को रिचर्ड मूर (Richard Moore) ने कहा कि रूस ने यूरोप में खुफिया जानकारी जुटाने की क्षमता भी आधी रह गई है. उनका दावा उस रिपोर्ट पर आधारित था जिसमें कहा गया था कि 400 रूसी खुफिया अधिकारियों को यूरोपीय शहरों (European Cities) से निकाल दिया गया है और कई डीप-कवर जासूसों (Spy) को गिरफ्तार किया गया है जो नागरिक की तरह रह रहे थे.
मूर ने कहा, "मुझे लगता है कि पुतिन को यूक्रेन में रणनीतिक विफलता मिली है. अभी यह खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने और रूसी सेनाओं ने जाहिर तौर पर पिछले कुछ समय में बढ़त हासिल की है लेकिन यह बहुत छोटी है. हम बात कर रहे हैं जहां कुछ मील आगे बढ़ना हो पाया है. जब वो एक शहर पर कब्जा करते हैं तो वहां कुछ नहीं बचता. वह साफ हो जाता है."
आने वाले हफ्तों में बदलेगी बाज़ी
आगे उन्होंने कहा, " मुझे लगता है कि उनकी ऊर्जा खत्म होने को है. मेरा आंकलन है कि रूसियों को अब अगले कुछ हफ्तों में मानवशक्ति की सप्लाई पाना मुश्किल होगा. उन्हें बीच में कहीं रुकना पड़ेगा और इससे यूक्रेनियों को पलटवार करने का मौका मिलेगा. उनका हौसला अभी भी बढ़ा हुआ है. उन्हें लगातार अच्छे हथियार मिल रहे हैं."
MI6 चीफ ने यह दावा भी खारिज कर दिया कि पुतिन को कैंसर,पार्किंसन या ऐसी कोई बीमारी है. सीआईए चीफ विलियम्स बर्न्स ने भी यही कहा कि रूसी नेता पूरी तरीके से स्वस्थ्य हैं." लेकिन बर्न्स ने आगे कहा, लेकिन उन्होंने कहा कि यह कोई औपचारिक खुफिया आंकलन नहीं है लेकिन निजी विचार हैं."
रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था और पिछले 4 महीनों में कई शहरों को तबाह कर चुका है. इस हमले के कारण पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध भी लगाए हैं.