स्पेन (Spain) के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज (Pedro Sánchez) ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) का आक्रमण यूरोपीय संघ (EU) पर भी सीधा हमला है और यूरोप को एक साथ आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि स्पेन में इस समय एक लाख से अधिक यूक्रेनी शरणार्थी हैं. विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2022 में एक विशेष संबोधन में सांचेज ने कहा कि जब बर्लिन की दीवार गिराई गई थी और सोवियत संघ का विघटन हुआ था तब वह किशोर थे.
उन्होंने कहा, ‘‘उसके बाद के दशक को फ्रांसिस फुकुयामा के ‘इतिहास के अंत' पर लेख द्वारा परिभाषित किया गया: उदार लोकतंत्र और बाजार की अर्थव्यवस्था मौजूद थी और वापसी का कोई मार्ग नहीं था. इस तरह से मेरी पीढ़ी बड़ी हुई: यह सोचते हुए कि आर्थिक संवृद्धि, अंतरसंपर्क, विचार प्रकट करने एवं बोलने की स्वतंत्रता तथा मानव की प्रगति उसी तरह थी अनुमान योग्य थी जितनी वह अपरिहार्य थी. ''
उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि अब 2022 में ‘‘हम बखूबी जानते हैं कि उदार लोकतंत्र स्वत: ही नहीं आ जाता है और इसके लिए काफी प्रयास करने तथा उसे पोषित करने की जरूरत होती है.''
सांचेज ने कहा, ‘‘जब आज मैं आपसे यहां बात कर रहा हूं, यूक्रेनवासी न सिर्फ अपनी, बल्कि हमारी स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र के लिए भी लड़ रहे हैं. आपने कभी नहीं सोचा होगा कि हम यूरोप की धरती पर बमबारी और नरसंहार का इस तरह का खौफनाक मंजर फिर से देखेंगे. बुचा और मारियुपोल जैसे नाम बर्बरता और युद्ध अपराधों के पर्याय हो गये हैं, इन कृत्यों को दंडित किये बगैर नहीं छोड़ा जा सकता. ''
स्पेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ‘‘अवैध, अतार्किक और अनुचित युद्ध'' यूक्रेन तथा उससे बाहर कष्ट और बेचैनी पैदा कर रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे बड़ा मानव पलायन देख रहे हैं. देश (यूक्रेन) छोड़कर 60 लाख लोग पलायन कर गये हैं और 80 लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं. लेकिन यह न सिर्फ एक स्थानीय या यूरोपीय संकट है, बल्कि यह एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय संकट है, जिसके परिणाम हम सभी को भुगतने होंगे चाहे हम कहीं के भी रहने वाले हों.''
उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने एक अभूतपूर्व वैश्विक खाद्य संकट पैदा कर दिया है, जिसका गरीब देशों और कमजोर वर्ग के लोगों एवं परिवारों पर प्रभाव पड़ रहा है.
सांचेज ने यूक्रेन को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘‘स्पेन ने एक बार फिर एकजुटता का उदाहरण दिया है. यूक्रेन को आश्वस्त रहना चाहिए कि हम अपने देश में यूक्रेनी शरणार्थियों का स्वागत करेंगे, जिनका आंकड़ा अब एक लाख को पार कर गया है. ''
उन्होंने कहा, ‘‘हम (रूसी राष्ट्रपति) व्लादिमीर पुतिन के शासन के खिलाफ कठोर प्रतिबंधों का समर्थन जारी रखेंगे और यूक्रेन को मानवीय सहायता मुहैया कराएंगे.''
सांचेज ने कहा, ‘‘यूक्रेन पर पुतिन का बर्बर आक्रमण यूरोपीय संघ और जिन देशों का यह प्रतिनिधित्व करता है, उन पर सीधा हमला है. एकजुटता और दृढ़ता के साथ जवाब देकर ईयू न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के मूलभूत सिद्धांतों की रक्षा कर रहा है, बल्कि यह ईयू के मूल्यों की भी हिफाजत कर रहा है.''