यूक्रेन (Ukraine) के दक्षिणी बंदरगाह शहर मिकोलाइव (Mykolaiv) में रूस (Russia) लगातार हमले कर रहा है. अब तक 33 लोगों की जान जा चुकी है. एयरपोर्ट से लेकर कई जगहों पर बर्बादी के निशान नजर आ रहे हैं. NDTV की टीम ने मौके पर पहुंच हालात का जायजा लिया. मिकोलाइव शहर का एयरपोर्ट रूसी मिसाइल हमले की कहानी कहता है. यहां जोरदार हमला हुआ था. कैमरा सहयोगी अशोक महाले ने दिखाया कि एयरपोर्ट बिल्डिंग (Airport) के परखच्चे उड़ चुके हैं. एयरपोर्ट जहां लिखा हुआ था वो हिस्सा बीच से टूट गया है. इलाके की तारबंदी कर दी गई है. 29 मार्च को इस एयरपोर्ट पर हमला कर इसे तबाह कर दिया गया. रूस ने यूक्रेन के बाकी हिस्सों से मिकोलाइव की एयर कनेक्टिविटी को तोड़ने के लिए यह हमला किया. एयरपोर्ट पर कुछ विमान खड़े रह गए और जल्द ही उनके उड़ने की उम्मीद नजर नहीं आती.
विमानों का बेड़ा नुकसान उठा कर मिकोलाइव में खड़ा है. रनवे के टैक्सी एरिया में इलाके को बंद रखा गया है और कुछ विमानों को भी नुकसान हुआ है. रूसी हमले के बाद एयरपोर्ट पूरी तरह बंद है. यहां कोई सुरक्षाकर्मी भी मौजूद नहीं है. लेकिन इलाके की घेराबंदी जरूर कर ली गई है.
एयरपोर्ट पर हमले के जरिए रूस ने विमानों की आवाजाही रोक दी थी ताकि सैन्य मदद यहां ना पहुंच पाए. इलाके में रह-रह कर बमबारी की आवाज सुनाई दे रही है. मिकोलाइव पर रूस अभी भी कब्जे की कोशिश कर रहा है. रूस इस सामरिक महत्व के इलाके को अपने कब्जे में लेना चाहता है.
रूस मिकोलाइव के जरिए राजधानी कीव की ओर बढ़ना चाहता था. यूक्रेन के लिए मुख्य चुनौती हथियारों की है और हथियारों की मांग लगातार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की कर रहे हैं.
वहीं दक्षिणी और तटीय शहर ओडेसा में जनजीवन सामान्य नजर आया. ओडेसा में युद्ध से काफी नुकसान हुआ है लेकिन जिस हिस्से में बमगोले ने नुकसान नहीं पहुंचाया है वहां जनजीवन सामान्य है. लाखों लोग शहर छोड़ कर जा चुके हैं लेकिन सिटी सेंटर का एक इलाका युद्ध की छाया से आगे बढ़ता नजर आया.
सुबह के समय कुछ लोग अपने दफ्तर और कामकाज पर जाते नजर आए. आमदिनों की तुलना में सिटी सेंटर में भीड़ कम दिखी लेकिन फिर भी सिटी सेंटर का इलाका लोगों को एक उम्मीद बंधाता है. तटीय इलाका ओडेसा रूस के निशाने पर रहा है और इसे कब्जे में करना रूस पर बड़ी जीत होगी.
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