Exclusive: निशाने पर 4 एयरबेस, 40 विमान तबाह... यूक्रेन ने रूस के भीतर कैसे किया इतना बड़ा ड्रोन हमला?

Russia Ukraine War: रविवार को यूक्रेन ने रूस के 4 एयरबेस को निशाना बनाते हुए बड़ा ड्रोन हमला किया. इस हमले में रूस के 40 विमानों को तबाह किए जाने का दावा यूक्रेन की ओर से किया जा रहा है.

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Ukrainian Drones Strike: यूक्रेन ने रूस में 4 हजार किमी अंदर तक ड्रोन के जरिए किया हमला.

Ukrainian Drones Strike Russia: फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन साल से ज्यादा का समय बीत चुका है. इस जंग में यूक्रेन का बड़ा हिस्सा बुरी तरह से तबाह हुआ है. साथ ही रूस को भी क्षति हुई है. लेकिन इस जंग में रविवार को रूस पर यूक्रेन ने अभी तक सबसे बड़ा हमला किया. रविवार 1 मई को यूक्रेन ने ड्रोन के जरिए रूस के 4 एयरबेस को निशाना बनाया. इस हमले में 40 लड़ाकू विमानों के तबाह होने का दावा किया जा रहा है. इस हमले के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आखिर यूक्रेन ने कैसे इस हमले को अंजाम दिया?  

ऑपेरेशन स्पाइडरवेबः यूक्रेन का रूस के एयरबेस पर ड्रोन स्ट्राइक

मिली जानकारी के अनुसार यूक्रेन के इस स्ट्राइक को 'ऑपरेशन स्पाइडरवेब' का नाम दिया गया. इस हमले में रूस के 4 एयरबेस को निशाना बनाया गया. जिसमें दो एयरबेस इवानोवो और र्याज़ान  मॉस्को के पास है. जबकि दो अन्य एयरबेस मुर्मांस्क और इरकुत्स्क की रूस सीमा से हवाई दूरी क़रीब साढ़े चार हज़ार किलोमीटर है. 

यूक्रेन के इन हमलों को रूस के लिए पर्ल हार्बर मोमेंट भी कहा जा रहा है. सवाल है कि इतने बड़े पैमाने पर और इतनी दूर तक यूक्रेन के ड्रोन ने कैसे सटीक हमले किए? रूस का एयर डिफेंस सिस्टम इसे पकड़ पाने में नाकाम क्यों रहा? आईए, यूक्रेन के इस सटीक हमले को तस्वीरों के जरिए समझते हैं.

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तस्वीर-1 हेड ऑफ़ SSU मैप देखते हुए...

डेढ़ साल पहले से हो रही थी प्लानिंग

यूक्रेन की तरफ से आ रही रिपोर्ट के मुताबिक़ यूक्रेन की सिक्यूरिटी सर्विस ने रूस पर इतने बड़े ड्रोन हमले की योजना पर डेढ़ साल पहले काम करना शुरू किया था. तभी से इस तरह से हमले के लिए रणनीति बन रही थी.

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तस्वीर- 2 एक कमरे में रखे हुए पैक्ड ड्रोन 

रूस के भीतर तक पहुंचाए गए ड्रोन के पैकेट्स

इसके लिए FPV ड्रोन्स के पैकेट्स को रूस के भीतर पहुंचाया गया. हालांकि इसे किस तरह रूस के अंदर पहुंचाया गया इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है.

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तस्वीर- 3 लकड़ी के बक्सों में रखे गए ड्रोन

रिमोट से कंट्रोल होने वाले कंटेनरों में रखे गए ड्रोन

इसके बाद ड्रोन को कंटेनरनुमा बक्सों में कतार से सजाया गया. इन कंटेनरों का ढक्कन रिमोट कंट्रोल से खिसकाया जा सकता था.

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तस्वीर-4 केबिन में रखे गए ड्रोन से भरे बक्से  

जिस ट्रक पर रखे गए ड्रोन, उसकी छत भी रिमोट से कंट्रोल होने वाली

इन कंटेनरों को लकड़ी के बड़े केबिन के भीतर रखा गया. ट्रक पर रखे इन केबिनों के छत को भी रिमोट कंट्रोल से खुलने वाला बनाया गया.

तस्वीर- 5 ये असल में एक वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट है, जिसमें ट्रक पर लदे केबिन से ड्रोन निकलता नजर आ रहा है...

 

ट्रक पर लदे केबिन की छत से निकल रहे ड्रोन, फिर कर रहे हमले

उन बक्सों को ट्रक पर लकड़ी के बने कंटेनरनुमा घरों के अंदर रखा गया. सही समय पर ट्रकों की केबिन की छत को खोला गया और हमले के लिए ड्रोन उड़ाया गया. जो तस्वीर सामने आयी है उसमें साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे ड्रोन ट्रक पर लदे केबिन की छत से निकल रहे हैं और रूस के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं. 

लेबनान में इजराइल द्वारा किए पेजर धमाकों जैसी प्लानिंग

ये भी जानकारी आयी है कि स्पाइडर वेब योजना को अंजाम देने वाले एजेंट पहले ही यूक्रेन लौट चुके हैं. इस हमले की प्लानिंग और एक्ज़ेक्यूशन देखें तो ये कुछ-कुछ लेबनान में इज़राइल की तरफ़ से किए गए पेजर धमाकों जैसा लगता है.

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