यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले के बढ़ते डर के बीच कई देश अपने नागिरकों से यूक्रेन छोड़ने की अपील कर रहे हैं और यूक्रेन के दूतावास में अपने कूटनीतिक स्टाफ (Diplomatic Staff) की संख्या में कटौती कर रहे हैं. अमेरिका (US) के साथ ही अब तक जर्मनी (Germany) , इटली (Italy), ब्रिटेन (Britain), आयरलैंड (Ireland), बेल्जियम (Belgium) , लक्ज़मबर्ग (Luxemburg) , नीदरलैंड्स (Netherlands) , कनाडा (Canada) , नॉर्वे (Norway) , एस्टोनिया(Estonia) , लिथुआनिया(Lithuania) , बुल्गारिया(Bulgaria) , स्लोवेनिया (Slovenia) , ऑस्ट्रेलिया(Australia) , जापान(Japan) , इज़रायल(Israel) , सऊदी अरब (Saudi Arab) और यूएई (UAE) अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने की अपील कर चुके हैं.
यात्रा की मनाही
फ्रांस ने अपने नागरिकों से कहा है कि वो उत्तरी और पूर्वी यूक्रेन के सीमावर्ती इलाकों में ना जाएं लेकिन फ्रांस ने अभी तक अपने नागरिकों ने यूक्रेन छोड़ने को नहीं कहा है.
यूक्रेन के साथ रोमानिया की सीमा लगती है. रोमानिया ने अपने नागिरकों को यूक्रेन यात्रा ना करने की सख्त हिदायत दी है और कहा है कि अगर आप यूक्रेन में मौजूद हैं तो अपनी "वहां रहने की ज़रूरत पर दोबारा विचार करें."
दूतावास के स्टाफ में कटौती
रूस ने अपने कुछ दूतावास स्टाफ को वापस बुला लिया है. रूस ने कहा कि उसने ऐसा "भड़काऊ कार्रवाई" से बचने के लिए किया.
अमेरिका ने अपने लगभग सभी दूतावास स्टाफ को यूक्रेन की राजधानी किएव छोड़ने के आदेश दिए हैं. अमेरिका का कहना है कि रूस "किसी भी दिन" यूक्रेन में हमला कर सकता है. अमेरिका यूक्रेन के पश्चिमी शहर लवीव (Lviv) में हालांकि अपने वाणिज्य दूतावास को कायम रखेगा.
कनाडा भी अस्थाई तौर से किएव में अपने दूतावास को बंद कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया की तरह अपने कूटनीतिक स्टाफ को लवीव में ट्रांसफर कर रहा है.
यूरोपियन यूनियन ने भी किएव से अपने सभी गैर-ज़रूरी दूतावास स्टाफ को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है और दूसरे देश से इंटरनेट के ज़रिए काम करने की सलाह दी है.
रोमानिया ने किएव दूतावास से सभी गैर ज़रूरी स्टाफ को हटा लिया है और इज़रायल ने भी दूतावास स्टाफ के परिवारों को यूक्रेन से निकाल लिया है.
उड़ानें रद्द
डेनमार्क की एयरलाइन KLM ने शनिवार को घोषणा की थी कि वो अगली सूचना तक यूक्रेन के लिए अपनी सभी उड़ाने रद्द कर रहा है.
लेकिन यूक्रेन के आधारभूत संचरटचना मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उनका देश रूसी हमले के खतरे के बावजूद अपने एयरस्पेस को खुला रखेगा.