यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ को आशंका है कि साल 2023 के शुरुआती महीनों में रूस राजधानी कीव पर फिर हमले कर सकता है. उन्होंने यह आशंका द इकोनॉमिस्ट को दिए एक इंटरव्यू में जताई है.
अभी तक रूस और यूक्रेन की लड़ाई पूर्व और दक्षिण में ही केंद्रित थी लेकिन जनरल Valeriy Zaluzhny ने ब्रिटिश साप्ताहिक को बताया कि राजधानी को फिर से निशाना बनाया जाएगा.
उन्होंने गुरुवार को जारी 3 दिसंबर के एक इंटरव्यू में कहा, "रूसी लगभग 200,000 नए सैनिकों को तैयार कर रहे हैं. मुझे कोई संदेह नहीं है कि वे एक बार फिर कीव को निशाना बनाएंगे. हमने सभी कैल्कुलेशन कर ली है कि हमें कितने टैंक, आर्टलरी और अन्य इंतजाम चाहिए."
फरवरी महीने में रूस ने कीव पर कब्जा करने के लिए अपनी सेना को यूक्रेन भेजा था. यूक्रेनी सेना ने मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में राजधानी से कई दर्जन किलोमीटर दूर रोके रखा था.
जनरल ने कहा कि सितंबर में पूर्वोत्तर में खार्किव क्षेत्र और पिछले महीने दक्षिण में खेरसॉन से रूसियों को पीछे धकेलने के बाद उनकी मौजूदा समस्याओं में "इस (फ्रंट) लाइन को पकड़े रहना, और जमीन पर कब्जा नहीं होने देना था."
Zaluzhny के मुताबिक, रूसियों ने अक्टूबर से एनर्जी इंफ्रास्क्चर पर बमबारी की है, जिसके बाद उन्हें मुंह की खाते हुए पीछे हटना पड़ा, क्योंकि उन्हें आने वाले महीनों में ज्यादा ताकत के साथ हमला करने के लिए "और संसाधन जुटाने के लिए वक्त चाहिए था."
उन्होंने कहा, "मैं ऊर्जा विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन मुझे लगता है कि हम किनारे पर खड़े हैं." उन्होंने कहा कि मिसाइल और ड्रोन हमलों से पावर ग्रिड का विनाश "संभव" था.
पावर नेटवर्क पर हमले पहले ही किए जा चुके हैं, जिसकी वजह से देशभर को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा था. इसकी वजह से लाखों यूक्रेनियन कड़कड़ाती ठंड और अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए.
उन्होंने साथ ही कहा, "हम पता है कि हम इस दुश्मन को हरा सकते हैं, लेकिन हमें संसाधानों की जरूरत है. हमें 300 टैंक, 600-700 आईएफवीएस (पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन) और 500 हॉवित्जर चाहिए."