रूस (Russia) ने बुधवार को बदले की कार्रवाई करते हुए अमेरिकी राजनयिकों (US Diplomates) को निष्कासित (Expel) करने की घोषणा की. रूस ने कहा कि वो न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र (UN) में मास्को के 12 प्रतिनिधियों को हटाने के अमेरिका के कदम के बदले में इन राजनयिकों को वापस भेज रहा है. रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि "23 मार्च को अमेरिकी राजनयिक मिशन के प्रमुख को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और उन्हें अस्वीकृत व्यक्ति यानि पर्सोना नॉन ग्राटा (Persona Non Grata) घोषित अमेरिकी राजनयिकों की सूची सौंप दी गई है.
सूत्र ने बताया कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजनयिकों के अमेरिका द्वारा निष्कासन के जवाब में यह निर्णय लिया गया है. बयान में कहा गया है कि अमेरिकी पक्ष को कड़े शब्दों में नोटिस दिया गया है कि रूस के खिलाफ अमेरिका की किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का मज़बूती से और उचित जवाब दिया जाएगा.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने भी रूस से निष्कासित से राजनयिकों की सूची मिलने की पुष्टि की.
"द्विपक्षीय संबंधों गैर ज़रूरी कदम"
प्रवक्ता ने कहा कि "यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों में रूस का गैर ज़रूरी कदम है. हम रूस की सरकार से अमेरिकी राजनयिकों और कर्मचारियों के अनुचित निष्कासन को समाप्त करने का आह्वान करते हैं. यह अब पहले से कहीं अधिक ज़रूरी है कि दोनों देशों की सरकारों के बीच बातचीत की सुविधा के लिए हमारे देशों के पास आवश्यक राजनयिक कर्मचारी हों.
यूक्रेन को लेकर रूस के साथ जारी संकट के बीच अमेरिका ने मार्च की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजनयिक मिशन के 12 सदस्यों को जासूसी के आरोप में निष्कासित कर दिया.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन की प्रवक्ता ओलिविया डाल्टन ने एक बयान में इसकी घोषणा की. अमेरिका ने रूसी मिशन को सूचित किया था कि वो रूसी मिशन से 12 खुफिया अधिकारियों को निष्कासित करने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं. अमेरिका ने आरोप लगाया कि इन राजनयिकों ने जासूसी गतिविधियों में शामिल होकर अमेरिका में रहने के अपने विशेषाधिकारों का दुरुपयोग किया है और ये अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के ख़िलाफ़ है.
अमेरिका में रूसी राजदूत, अनातोली एंटोनोव ने इसे अमेरिका के "शत्रुतापूर्ण कदम" के रूप में निंदा की थी.