मानवाधिकारों का सम्मान अमेरिका-भारत संबंधों की महत्वपूर्ण कुंजी: नई दिल्ली के लिए नामित US एम्बैसडर

भारत के लिए अमेरिका के राजदूत पद पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान गार्सेटी ने सांसदों से कहा, ‘‘भारत कठिन पड़ोसियों के बीच स्थित है. यदि मेरे नाम की पुष्टि हो जाती है तो मैं इसकी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने और हमलों को रोकने की भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाऊंगा.''

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गार्सेटी ने कहा कि भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाएंगे.

भारत में अमेरिका के अगले राजदूत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नामित लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक माइकल गार्सेटी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों के लिए मानवाधिकार का सम्मान एक महत्वपूर्ण कुंजी रही है. उन्होंने कहा कि भारत ‘‘कठिन पड़ोसियों'' के बीच स्थित है और वह ‘‘अपनी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने तथा हमलों को रोकने की'' भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाएंगे.

भारत के लिए अमेरिका के राजदूत पद पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान गार्सेटी ने सांसदों से कहा, ‘‘भारत कठिन पड़ोसियों के बीच स्थित है. यदि मेरे नाम की पुष्टि हो जाती है तो मैं इसकी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने और हमलों को रोकने की भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाऊंगा.''

गार्सेटी ने कहा कि वह ‘‘सूचना साझा करके, आतंकवाद विरोधी समन्वय, नौवहन गश्त की संयुक्त स्वतंत्रता और सैन्य अभ्यास (जिसमें मैंने अपने भारतीय समकक्षों के साथ एक नौसेना अधिकारी के रूप में भाग लिया है) और हमारी सर्वोत्तम रक्षा प्रौद्योगिकियों की बिक्री'' के माध्यम से ये प्रयास करेंगे ताकि ‘‘हमारी बड़ी रक्षा साझेदारी को उसकी पूरी क्षमता तक आगे बढ़ाया जा सके.''

उन्होंने कहा कि अगर उनके नाम की पुष्टि हो जाती है, तो वह अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) और एजेंडा 2030 जलवायु एवं स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी के माध्यम से हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के साहसिक दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे.

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