कोविड 19 के नए स्वरूपों से लड़ने के लिए शक्तिशाली एंटीबॉडी तैयार, 1 हजार गुना अधिक रहेगा असर

अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान में इन एंटीबॉडी का चिकित्सीय परीक्षण किए जाने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि कम दाम में इन एंटीबॉडी का उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जा सकता है और ये कोविड-19 उपचार से संबंधित वैश्विक मांग को पूरा कर सकती हैं.

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वैज्ञानिकों ने भेड़ के रक्त से शक्तिशाली एंटीबॉडी विकसित की है. (सांकेतिक फोटो)
बर्लिन:

वैज्ञानिकों ने भेड़ के रक्त से ऐसी शक्तिशाली एंटीबॉडी विकसित की हैं जो कोविड-19 के लिए जिम्मेदार कोरोना वायरस (सार्स-कोव-2) और इसके नए घातक स्वरूपों को प्रभावी ढंग से निष्क्रिय कर सकती हैं. जर्मनी स्थित मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट (एमपीआई) फॉर बायोफिजिकल केमिस्ट्री के अनुसंधानकर्ताओं ने उल्लेख किया कि ये सूक्ष्म एंटीबॉडी पूर्व में विकसित की गईं इस तरह की एंटीबॉडी की तुलना में कोरोना वायरस को एक हजार गुना अधिक निष्क्रिय कर सकती हैं. इस अनुसंधान से संबंधित रिपोर्ट ‘एम्बो' पत्रिका में प्रकाशित हुई है.

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अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान में इन एंटीबॉडी का चिकित्सीय परीक्षण किए जाने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि कम दाम में इन एंटीबॉडी का उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जा सकता है और ये कोविड-19 उपचार से संबंधित वैश्विक मांग को पूरा कर सकती हैं. उल्लेखनीय है कि एंटीबॉडी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता की मदद करती हैं. ये वायरस से चिपककर उसे निष्क्रिय कर देती हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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