- PM मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने SCO शिखर सम्मेलन के बाद एक ही कार में द्विपक्षीय बैठक के वेन्यू तक यात्रा की.
- पुतिन ने मोदी का लगभग दस मिनट तक इंतजार किया और दोनों ने कार में करीब पैंतालीस मिनट तक बातचीत की.
- यह खास मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता अमेरिका द्वारा भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए लगाए गए टैरिफ के बीच हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जब शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के खत्म होने के बाद द्विपक्षीय बैठक के लिए एक ही कार में सवार होकर मीटिंग में पहुंचे तो उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. खुद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक तस्वीर शेयर कर इस 'कार वाली यारी' का नजारा दिखाया. हालांकि अब इसको लेकर अंदरखानें से सुत्रों के हवाले से ऐसी जानकारी सामने आई है जो दिखाती है कि भारत और रूस का याराना जमीं पर कितना मजबूत है, पीएम मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आपस में केमिस्ट्री कितनी मजबूत है. जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ बम फोड़ा है, मोदी-पुतिन की यह बोनहोमी, यह यारी अपने आप में एक बड़ा मैसेज की तरह सामने आया. ऑप्टिक्स से अमेरिका को सिग्नल मिला कि उसकी दबंगई भारत और रूस के रिश्तों में मट्ठा नहीं डाल सकती है.
एनडीटीवी को सूत्रों से पता चला है कि राष्ट्रपति पुतिन SCO सम्मेलन के वेन्यू से रिट्ज-कार्लटन होटल में आयोजित द्विपक्षीय बैठक तक पीएम मोदी के साथ एक साथ कार में जाना चाहते थे. उन्होंने पीएम मोदी का करीब 10 मिनट तक इंतजार किया ताकि दोनों एक साथ होटल जा सकें.
सूत्रों ने कहा, "फिर दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करते हुए उनकी कार में एक साथ यात्रा की. द्विपक्षीय बैठक वाले स्थल (होटल) पर पहुंचने के बाद भी उन्होंने कार में 45 मिनट बिताए. इसके बाद, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक की जो एक घंटे से अधिक समय तक चली."
पुतिन का यह ऐसा करना क्या सिग्नल दे रहा है?
राष्ट्रपति पुतिन का पीएम मोदी के लिए ऐसे इंतजार करना, दोस्ती का इजहार करना अपने आप में बड़ा सिग्नल देता है. यह मुलाकात तब हुई है जब रूस के साथ भारत के तेल व्यापार की अमेरिका सार्वजनिक निंदा कर रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नई दिल्ली पर यूक्रेन में पुतिन के युद्ध को फंड करने का आरोप लगाया है. पिछले महीने, ट्रंप ने भारत पर जुर्माना लगाते हुए अमेरिका जाने वाले भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया, जो एशिया में सबसे अधिक है.
इससे पहले, पीएम मोदी ने SCO शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की. यहां रूसी नेता ने यूक्रेन शांति प्रयासों में भारत की भूमिका पर चर्चा की. पुतिन ने कहा कि वह "यूक्रेन में संकट को हल करने के लिए चीन और भारत के प्रयासों की सराहना करते हैं." उन्होंने पारंपरिक रूप से पश्चिमी देशों के प्रभुत्व वाले संघर्ष समाधान में एशियाई शक्तियों की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया.
अक्टूबर 2024 के बाद से यह पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की पहली व्यक्तिगत मुलाकात है. पिछले साल वे कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर मिले थे. शांति समझौते के लिए अलास्का में ट्रंप के साथ रूसी नेता की शिखर वार्ता के बाद पीएम मोदी ने आखिरी बार पुतिन से फोन पर बात की थी.