PM Modi in G-7 Summit: जी-7 शिखर सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते कद की तस्वीर साफ नजर आई. इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों तक सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खुलकर मिलते हुए नजर आए. जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वही चिर-परिचित अंदाज नजर आया. पीएम मोदी ने मंगलवार को कनाडा के कनैनिस्किस में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं से मुलाकात की. अधिकारियों ने बताया कि जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कनैनिस्किस पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने ली जे-म्यांग के साथ बातचीत की.
G-7 समिट में पीएम मोदी की भी यूरोपीय यूनियन आयोग की प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन के भी बातचीत हुई. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये बातचीत उपयोगी रही.
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष श्री एंटोनियो कोस्टा के साथ पीएम मोदी
कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ बातचीत करते हुए. भारत और जापान विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
पीएम मोदी की G-7 समिट में प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से भी मुलाकात हुए. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं. इटली के साथ भारत की दोस्ती और मजबूत होती जाएगी, जिससे हमारे लोगों को बहुत फायदा होगा.'
‘जी-7 आउटरीच सेशन' के लिए यहां पहुंचने पर पीएम मोदी का कनाडा के उनके समकक्ष मार्क कार्नी ने स्वागत किया.
मेरे मित्र राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बातचीत करना और विभिन्न मुद्दों पर एक-दूसरे के विचारों को जानना मेरे लिए हमेशा खुशी की बात होती है. भारत और फ्रांस पूरी दुनिया की भलाई के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे.
पीएम मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ उनकी महत्वपूर्ण बातचीत हुई. भारत और ब्रिटेन के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं, जो व्यापार और वाणिज्य जैसे क्षेत्रों में हमारी प्रगति में झलकता है. हम इस अद्भुत दोस्ती को और भी गति देने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे.
पीएम मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग भी मुलाकात की. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ली जे-म्यांग और मेरी कनाडा में बहुत अच्छी बातचीत हुई. भारत और कोरिया गणराज्य वाणिज्य, निवेश, प्रौद्योगिकी, हरित हाइड्रोजन, जहाज निर्माण और अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करना चाहते हैं.
‘जी-7 आउटरीच सेशन' के लिए यहां पहुंचने पर पीएम मोदी का कनाडा के उनके समकक्ष मार्क कार्नी ने स्वागत किया. इससे पूर्व मोदी ने कहा था कि वह जी-7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं से मुलाकात के दौरान महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे और ‘ग्लोबल साउथ' की प्राथमिकताओं पर जोर देंगे.
पीएम मोदी ने बताया कि कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ के साथ बातचीत करके बहुत खुशी हुई. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी घनिष्ठ मित्र हैं, जो साझा मूल्यों से जुड़े हैं. इस वर्ष हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे कर रहे हैं. हमने चर्चा की कि आईटी, विनिर्माण, सेमीकंडक्टर, स्थिरता, अनुसंधान और नवाचार जैसे क्षेत्रों में और भी अधिक निकटता से कैसे काम किया जाए. चांसलर मर्ज़ और मैंने रक्षा और सुरक्षा संबंधों को गहरा करने पर भी चर्चा की. हम आतंकवाद का मुकाबला करने और आतंकवाद के वित्तपोषण पर लगाम लगाने जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करते रहेंगे.
पीएम मोदी ने मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ भी बैठक की.
पीएम मोदी ने बताया, मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई. दो शताब्दियों में पहली महिला मैक्सिकन राष्ट्रपति बनने पर उन्हें उनकी ऐतिहासिक चुनावी जीत पर व्यक्तिगत रूप से बधाई दी. हम दोनों ही आने वाले समय में भारत-मेक्सिको संबंधों में अपार संभावनाएं देखते हैं, खासकर कृषि, अर्धचालक, महत्वपूर्ण खनिज, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों में. हमने लोगों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की.
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ अपनी बातचीत की एक तस्वीर ‘एक्स' पर साझा करते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें रामफोसा से बात करके खुशी हुई.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज से भी मुलाकात की. मोदी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ऑस्ट्रेलिया के अपने मित्र प्रधानमंत्री अल्बनीज से मिलकर अच्छा लगा.'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘दोनों नेताओं ने व्यापार और अर्थव्यवस्था, महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों, हरित हाइड्रोजन, जहाज निर्माण, संस्कृति एवं अन्य क्षेत्रों में साझेदारी के माध्यम से सहयोग के नए रास्ते तलाश कर भारत-दक्षिण कोरिया विशेष रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.' उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए.