प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ इजराइल-हमास संघर्ष पर चर्चा की क्योंकि एक सप्ताह के युद्धविराम के बाद दोनों पक्षों के बीच फिर युद्ध शुरू हो गया है. मोदी और मोहम्मद बिन जायद ने यहां सीओपी28 (COP28) विश्व जलवायु कार्रवाई सम्मेलन से इतर एक-दूसरे से मुलाकात की.
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘मुझे हमेशा अपने भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलकर बहुत खुशी होती है. सीओपी28 के दौरान आज की बैठक बहुत सार्थक रही. गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए उन्हें धन्यवाद. भारत-यूएई मित्रता को बढ़ाने और हमारे ग्रह को अधिक टिकाऊ बनाने के उद्देश्य से विभिन्न मुद्दों पर भी हमने चर्चा की.''
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और इजराइल-हमास संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया.''
हमास के साथ इजराइल का युद्ध शुक्रवार को फिर शुरू हो गया. एक सप्ताह के युद्धविराम की अवधि समाप्त होने के कुछ ही देर बाद इजराइल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमला किया.
दूसरी ओर इजराइल में सायरन बजाकर आने वाले रॉकेटों की चेतावनी दी गई, जो संकेत है कि हमास के चरमपंथियों ने भी हमले पुन: शुरू कर दिए हैं.
मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति को सीओपी28 की सफल मेजबानी के लिए बधाई दी और उन्हें जनवरी में गांधीनगर में होने वाले ‘वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन' में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया.
उन्होंने सीओपी28 में हरित जलवायु कार्यक्रम (जीसीपी) पर उच्च स्तरीय बैठक की सह-मेजबानी के लिए संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति को भी धन्यवाद दिया.
बाद में प्रधानमंत्री मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली, गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और स्विस परिसंघ के अध्यक्ष एलेन बर्सेट से भी मुलाकात की.