पीएम मोदी इन दिनों अमेरिका के राजकीय यात्रा पर हैं. शुक्रवार को उन्होंने हाई-टेक हैंडशेक इवेंट में हिस्सा लिया. इस आयोजन में पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की. इस मौके पर पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति बाइडेन भी मौजूद थे. बैठक के दौरान पीएम मोदी और जो बाइडेन ने इस बात पर सहमति जताई की बढ़ते तकनीकी सहयोग से दोनों देशों के बीच संबंध और विकसित होंगे. बता दें कि 'हाई-टेक हैंडशेक' एक मेगा इवेंट था जिसमें सेमी-कंडक्टर, विनिर्माण, अंतरिक्ष और स्टार्ट-अप सहित विभिन्न क्षेत्रों के उद्योग जगत के दिग्गजों ने भाग लिया.
"तकनीकी सहयोग हमारी साझेदारी को परिभाषित करेगा"
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बैठक के दौरान कहा कि प्रतिभा और प्रौद्योगिकी के एक साथ आने से नए भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा. यह सुबह (मुलाकात) केवल कुछ दोस्तों के बीच है लेकिन यह अपने साथ उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर जरूर आई है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि तकनीकी सहयोग हमारी साझेदारी को परिभाषित करने का एक बड़ा हिस्सा होगा. हमें जैव-प्रौद्योगिकी और क्वांटम और नवाचार सहित नए क्षेत्रों में अपनी प्रौद्योगिकी का विस्तार करने के लिए आपकी आवश्यकता है.
"हमारी साझेदारी नई सफलता और अगले सौदे से कहीं अधिक है"
जो बाइडेन ने आगे कहा कि हमारी साझेदारी नई सफलता और अगले सौदे से कहीं अधिक है. यह जलवायु परिवर्तन से निपटने, ब्रह्मांड से निपटने के बारे में है, यह लोगों को गरीबी से बाहर निकालने, कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज करने, महामारी को रोकने के बारे में भी है... यह हमारे बच्चों के लिए एक स्वतंत्र, सुरक्षित, समृद्ध भविष्य बनाने के बारे में है.उन्होंने कहा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच साझेदारी 21वीं सदी को परिभाषित करने में काफी मदद करेगी.
पीएम मोदी ने कमला हैरिस के साथ किया लंच
इसके बाद पीएम मोदी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ विदेश मंत्रालय में लंच में शामिल हुए. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के लोगों के बीच दोस्ती और सहयोग और गहरा होना चाहिए. हमारी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में आपका योगदान अविश्वसनीय रहा है.