PM Modi in UK: यूके में साइन होगा FTA तो भारत में स्कॉच व्हिस्की लवर्स के लिए गुड न्यूज क्‍यों?

FTA के साइन होने का सबसे बड़ा असर एल्‍कोहल बेस्‍ड ड्रिंक्‍स पर पड़ने वाला है. भारत में स्‍कॉच व्हिस्की जो ब्रिटेन से इंपोर्ट होती है, उस पर टैरिफ एकदम आधा हो जाएगा

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  • भारत और यूके के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से दोनों देशों के व्यापार संबंधों को नई दिशा मिलने की संभावना है.
  • FTA के साइन होने भारत में ब्रिटेन से इंपोर्ट होने वाली स्‍कॉच व्‍हीस्‍की की कीमतों में तेजी से गिरावट आएगी.
  • ब्रिटेन से आयातित स्कॉच और व्हिस्की पर लगने वाला टैरिफ घटाकर अगले दस वर्षों में आधे से भी कम हो जाएगा.
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लंदन:

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट यानी मुक्‍त व्‍यापार समझौता या जिसे FTA भी कहा जा रहा है, भारत और यूके के बीच रिश्‍तों को एक नया आयाम देने वाला हो सकता है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय यूके की यात्रा पर हैं और भारत सरकार के कैबिनेट की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद अब इस पर साइन होना बाकी है. इस समझौते से टेक्‍सटाइल से लेकर ऑटो कंपोनेंट, कारपेट और समुद्री उत्पादों सहित भारत के बड़े निर्यात क्षेत्रों को सबसे ज्‍यादा फायदा होने की उम्‍मीद है. एफटीए के बाद लगभग सभी औद्योगिक वस्तुओं पर ड्यूटी खत्‍म हो जाएगी और  ऐसे में यूके के बाजार में नए निर्यात के अवसरों के दरवाजे भी खुल जाएंगे. 

सस्‍ती होंगी प्रीमियम ड्रिंक्‍स 

FTA के साइन होने का सबसे बड़ा असर एल्‍कोहल बेस्‍ड ड्रिंक्‍स पर पड़ने वाला है. भारत में स्‍कॉच व्हिस्की जो ब्रिटेन से इंपोर्ट होती है, उस पर टैरिफ एकदम आधा हो जाएगा. यह टैरिफ जो अभी 150 फीसदी है वो घटाकर 75 फीसदी पर आ जाएगा. इतना ही नहीं अगले 10 सालों में यह सिर्फ 40 फीसदी रह जाएगा. इससे भारतीय बाजार में प्रीमियम ब्रिटिश स्पिरिट्स काफी सस्ती हो जाएंगी. इस खबर से जहां भारत में स्‍कॉच और व्हिस्की के शौकीन खुश हैं तो वहीं भारतीय मैन्‍युफैक्‍चरर्स निराश हैं. एफटीए से भारतीय निर्यात पर टैरिफ 99 फीसदी तक खत्‍म हो जाएगा. ऐसे में भारतीय निर्माताओं का कहना है कि वो काफी पीछे छूट जाएंगे. 

भारत अहम और बड़ा बाजार 

मई में जब इस समझौते को मंजूरी मिली थी तब से स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन ने इसका स्‍वागत किया था और फैसले को बड़ा बदलाव लाने वाला बताया था.  ब्रिटिश स्कॉच व्हिस्की भारत में काफी लोकप्रिय है और ब्रिटेन से भारत में इसके निर्यात में पिछले कुछ सालों में काफी इजाफा हुआ है. आज भारत ब्रिटिश स्‍कॉच व्हिस्‍की का एक बड़ा बाजार बन गया है. भले ही स्कॉच व्हिस्की की कुल भारतीय व्हिस्की बाजार में सिर्फ एक छोटी प्रतिशत हिस्सेदारी है, लेकिन इसे एफटीए से काफी फायदा होने की उम्‍मीद है. 

डेढ़ हजार रुपये तक होगी सस्‍ती 

इस कटौती से प्रीमियम और मिड-रेंज स्कॉच व्हिस्की औसत भारतीय उपभोक्ता के लिए और सस्‍ती हो जाएगी. माना जा रहा है कि इससे खुदरा कीमतों में भी गिरावट आएगी. अभी वर्तमान में जो बॉटल 5,000 रुपये की कीमत पर रिटेल में मिलती है, एफटीए के बाद इसकी कीमत पहली कटौती के बाद जल्द ही करीब 3,500 रुपये से 4,000 रुपये पर आ जाएगी. साथ ही स्थानीय करों और डिस्‍ट्रीब्‍यूटर मार्जिन के आधार पर अगले कुछ सालों में इसमें और कमी होने की उम्‍मीद है. 

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