भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंचे. पैगम्बर मोहम्मद पर की गई टिप्पणियों के बाद अरब देशों में उठे गुस्से की लहर के कुछ हफ्तों बाद ही यह यात्रा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UAE के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन ज़ाएद अल नाहयान के गले मिले. वह भारतीय नेता की अगवाई करने आबूधाबी एयरपोर्ट पर पहुंचे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, " मैं अपने भाई महान शासक शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान के इस खास भाव से बेहद भावुक हुआ हूं. वह मुझे आबूधाबू एयरपोर्ट पर लेने आए. मैं उनके प्रति कृतज्ञ हूं."
प्रधानमंत्री एक दिन की यात्रा पर जर्मनी के G7 सम्मेलन से लौटते हुए UAE पहुंचे थे. इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रवक्ता के पैगंबर मोहम्मद के बारे में टीवी पर दिए गए बयान से खाड़ी देशों में काफी गुस्सा देखा गया था.
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खाड़ी देश के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर व्यक्तिगत रूप से शोक जताने के लिए मंगलवार को संक्षिप्त यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंचे. यूएई के मौजूदा राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने प्रधानमंत्री मोदी की यहां हवाई अड्डे पर अगवानी की. मोदी जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यहां पहुंचे. प्रधानमंत्री ने जर्मनी में शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक कल्याण एवं समृद्धि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
शेख खलीफा का लंबी बीमारी के बाद 73 साल की आयु में 13 मई को निधन हो गया था. PM मोदी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए उन्हें एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता बताया था जिनके नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध समृद्ध हुए.
भारत ने शेख खलीफा के निधन के बाद एक दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की थी. UAE ने 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को प्रतिष्ठित 'जायद मेडल' (Zayed Medal) से सम्मानित किया था. पीएम मोदी (PM Modi) को यह सम्मान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को 'काफी बढ़ावा' देने के लिए दिया गया था. UAE के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान ने राजाओं, राष्ट्रपतियों और राष्ट्राध्यक्षों को दिए जाने वाले इस सर्वोच्च सम्मान से प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित किया था.
शेख खलीफा ने साल 2004 में UAE के दूसरे राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी, और आबू धाबी के 16वें राजा और अपने पिता का स्थान लिया था. आबू-धाबी यूएई का सबसे धनी अमीरात है.
उन्हें साल 2014 से ही कभी-कभार सार्वजनिक तौर पर देखा जा गया था. दिल का दौरा पड़ने के बाद उनकी सर्जरी हुई थी, हालांकि वह आदेश जारी करते रहे.