पोलैंड में भारतीय व्यंजन काफी लोकप्रिय हैं और विभिन्न भारतीय रेस्तरां स्वादिष्ट व्यंजनों की बढ़ती मांग को पूरा कर रहे हैं. वहीं, भारतीय रेस्तरां में आने वाले पोलैंडवासियों का कहना है कि डोसा और बटर चिकन जैसे व्यंजन उन्हें भारत यात्रा की याद दिलाते हैं.
भारत और भारतीय भोजन एक बार फिर चर्चा का विषय बन गए हैं, क्योंकि वारसॉ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए उत्साहित है. मोदी बुधवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंच चुके हैं. यह 45 वर्षों में भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली आधिकारिक यात्रा है. वारसॉ में, एक गुजराती व्यवसायी चेतन नंदानी ने हाल में ‘चायवाला' नाम से एक रेस्तरां खोला है.
उन्होंने कहा कि भारत की यात्रा करने वाले पोलैंडवासी दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में जाते हैं और उन्हें यहां कई अन्य चीजें मिलती हैं, लेकिन भारतीय ‘स्ट्रीट फूड' नहीं मिलता है. उन्होंने कहा, ''मैंने अपने नये रेस्तरां का नाम हमारे प्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर रखा है.''
उन्होंने 'पीटीआई-वीडियो' से कहा, ''पोलैंड में हमारी 'करी हाउस' की कई दुकान हैं. हम उनमें से नौ के मालिक हैं. लोग सुझाव दे रहे थे कि चूंकि हम भारत से हैं, इसलिए हमें कुछ भारतीय ‘स्ट्रीट फूड' भी परोसने चाहिए, जिसका पोलैंडवासी लुत्फ उठा सकें. 'चायवाला' खोलने के पीछे यही उद्देश्य था.''
पोलैंड नागरिक अन्ना मारिया रोजेक ने यहां 'पीटीआई-वीडियो' से कहा, ''मुझे डोसा बहुत पसंद है. वारसॉ में सबसे अच्छा डोसा इंडिया गेट रेस्तरां में मिलता है और यह वास्तव में दक्षिण भारत की याद दिलाता है. मैंने कई बार चेन्नई और केरल की यात्रा की है और सच में यहां के खाने का स्वाद भी वैसा ही है.''
'इंडिया गेट फूड चेन' के मालिक चंदू ने कहा, ''यहां का खाना वाकई बहुत स्वादिष्ट है... भारतीय खाना जिसमें बहुत सारे मसाले होते हैं. हर चीज का जायका अलग होता है. पोलैंड नागरिकों को बटर चिकन, मैंगो लस्सी बहुत पसंद है. उन्हें भारतीय खाना और भारतीय लोग भी बहुत पसंद हैं.''
भारतीय रेस्तरां न केवल राजधानी वारसॉ में बल्कि क्राको और व्रोकला जैसे शहरों में भी लोकप्रिय हैं. यहां आने वाले खाने के शौकीन लोगों को विभिन्न भारतीय व्यंजनों का जायका और स्वाद मिलता है. पोलैंड की राजधानी में रहने वाले भारतीय प्रवासी मोदी की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
पोलैंड में ‘इंडियन स्टूडेंट्स यूनियन' के अध्यक्ष गौरव सिंह ने कहा, ‘‘यहां के लोगों, खासकर युवाओं और छात्रों में उत्साह की भावना है. यहां भारतीयों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है और इनमें से एक बड़ा हिस्सा छात्रों का है.''