- पाकिस्तान में TLP ने फिलिस्तीन के समर्थन में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू कर कई शहरों में अशांति फैला दी है
- प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में सौ से अधिक पुलिसकर्मी घायल, कई प्रदर्शनकारी हिरासत में
- पाकिस्तान सेना के एक सैनिक ने वीडियो जारी कर आर्मी चीफ आसिम मुनीर से गोलीबारी बंद करने को कहा
पाकिस्तान पूरी तरह हिंसा की चपेट में आ चुका है. एक तरफ अफगानिस्तान से लगे बॉर्डर पर तालिबानी सेना के साथ पाकिस्तान की सेना हिंसक झड़प में उलझी है तो वहीं देश के अंदर एक के बाद एक हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. नया विरोध प्रदर्शन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने शुरू किया, जो एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी है. फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल के अत्याचार के खिलाफ शुरू इस विरोध प्रदर्शन ने पाकिस्तान के कई शहरों को हिंसा की आग में झोंक दिया है. फिलिस्तीन के हक में ऐसा विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है कि पाकिस्तान की सेना और पुलिस पाकिस्तान के लोगों पर ही गोली चला रही है. ऐसे में एक सैनिक ने तो अपनी पहचान छिपाकर पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर के खिलाफ ही वीडियो जारी कर दिया है और पूछा है कि अपने ही लोगों पर गोली चलाकर कयामत के दिन आप क्या मुंह दिखाओगे.
पाकिस्तान में TLP हिंसक प्रदर्शन क्यों कर रही?
TLP ने इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन की कसम खा रखी है जबकि पाकिस्तान के तमाम शहरों की पुलिस उन्हें रोकने में जुटी है. पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान रेंजर्स (पंजाब) और पांच जिलों की पुलिस की बड़ी टुकड़ियों सहित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को रविवार की सुबह मुरीदके भेजा गया. यहां सबने मिलकर TLP के विरोध प्रदर्शन वाले कैंप को घेर लिया गया, जो बड़े पैमाने पर ऑपरेशन की तैयारी में हैं. उन्होंने पार्टी के समर्थकों द्वारा शहर से आगे बढ़ने के दो प्रयासों को भी विफल कर दिया. इस्लामाबाद मार्च को रोकने के लिए सड़कों पर ही खाइयां खोद दी गई हैं और रास्तों को सील कर दिया गया है.
आसिम मुनीर से एक सैनिक ने किया सवाल
पाकिस्तान सेना के एक सैनिक ने अपने ही आर्मी चीफ के खिलाए एक वीडियो जारी किया है. इसमें वो कहते सुना जा सकता है,
“मोहतरम आर्मी चीफ साहब, मुल्क की मौजुदा सूरत-ए-हाल से आप बेखबर नहीं हैं. अपने ही मुसलमान शहरियों का, अपने ही पाकिस्तानी शहरियों का खून बहाया जा रहा है. जिस फोर्स को मुल्क में अमन कायम करने के लिए बनाया गया, उसे ही अपनी अवाम के सामने लाकर खड़ा कर गया है. जिनके साथ जुल्म और सितम हो रहा है, वो वतन से प्यार करते हैं, वतन से सबसे अधिक प्यार करते हैं. वतन के साथ भी मोहबत करने वाली यह जमात है. इस जमात की इतनी मजबूत आवाज है कि "आलम-ए-कुफ़्र" (जो धर्म को नहीं मानता) भी कांपता है. तो इनपर ये जुल्म और सितम बंद करवाया जाए. यह आपके इख्तियार (अधिकार) में है. कल आपको भी कयामत के रोज इसका जवाब देना है. जितने कत्ल और बर्बादी हो रही है, जितनी हकूमत जिम्मेदार है, जितना हकूमत से पूछा जाएगा, उतना ही कल कयामत वाले दिन आपसे भी पूछा जाएगा. खुदा के लिए ये ओहदे, ये नौकरियां... सारा कुछ इधर ही रह जाना है. आप कयामत वाले दिन क्या जवाब देंगे, उस दिन के बारे में सोचिए. शुक्रिया मेहरबानी.”