- खैबर पख्तूनख्वा के हंगू में पुलिस चेकपोस्ट पर आतंकवादी हमले में तीन पुलिसकर्मी मारे गए हैं
- प्रांतीय आतंकवाद-रोधी विभाग के अनुसार एक हथियारबंद आतंकवादी का शव तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया गया है
- पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने 2022 में सीजफायर खत्म कर सेना और पुलिस पर हमले तेज कर दिए हैं
पाकिस्तान को एक बार फिर एक आतंकी हमले ने दहला दिया है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार प्रांतीय आतंकवाद-रोधी विभाग (CTD) के एक आधिकारिक बयान के अनुसार बुधवार, 26 नवंबर की रात खैबर पख्तूनख्वा के हंगू में एक पुलिस चेकपोस्ट पर आतंकवादी हमला हुआ. इस हमले में तीन पुलिसकर्मी मारे गए हैं. देर रात जारी बयान में कहा गया कि आतंकवादियों ने रात के अंधेरे में काजी तालाब चेकपोस्ट को निशाना बनाया है. पुलिस का दावा है कि उसने भी कुछ आतंकियों को मार गिराया है.
रिपोर्ट के अनुसार CTD ने अपने बयान में कहा गकि, "आतंकवादियों ने रात के अंधेरे और चट्टानी पहाड़ी इलाके का फायदा उठाया और मरे हुआ आंतकियों और घायलों को अपने साथ लेकर भाग गए. हालांकि, तलाशी और हमले के अभियान के दौरान एक हथियारबंद आतंकवादी का शव बरामद किया गया."
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने हमले की कड़ी निंदा की, उनके ऑफिस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि प्रांतीय मुख्य कार्यकारी ने घटना स्थल पर "तुरंत अतिरिक्त कर्मियों को भेजने" के निर्देश भी जारी किए हैं.
पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे आतंकी हमले
पाकिस्तान में हाल के दिनों में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में. इसकी वजह मानी जा रही है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने 2022 में सरकार के साथ अपना सीजफायर समाप्त कर दिया है. सीजफायर खत्म करने के साथ, टीपीपी ने सेना और पुलिसकर्मियों पर हमला करने की कसम खाई थी. अभी 3 दिन पहले ही खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर में फेडरल कांस्टेबुलरी हेडक्वाटर में दो सुसाइड अटैक हुए थे. सुबह की परेड की तैयारी कर रहे थे. हमले में कम से कम तीन अधिकारी मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए.













