चीनी कर्जे से बेहाल पाकिस्तान... $27 बिलियन का द्विपक्षीय कर्ज चुकाने में छूटे पसीने

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार पेरिस क्लब को छोड़कर पाकिस्तान का कुल द्विपक्षीय ऋण इस समय लगभग 27 अरब डॉलर है, जिसमें चीनी ऋण लगभग 23 अरब अमेरिकी डॉलर है.

विज्ञापन
Read Time: 9 mins
पाकिस्तान नगदी की किल्लत से जूझ रहा है. विदेशी कर्ज चुकाना हुआ मुश्किल ( File Photo)
इस्लामाबाद:

पाकिस्तान विभिन्न देशों के करीब 27 अरब डॉलर के द्विपक्षीय ऋण को पुनर्गठित करने की कोशिश कर रहा है. पड़ोसी देश के वित्त मंत्री इशाक डार ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने पेरिस क्लब, बहुपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय सॉवरेन बांड के तहत अमीर पश्चिमी देशों से मिले अंतरराष्ट्रीय ऋण के पुनर्गठन को खारिज किया. उन्होंने साथ ही कहा, ''द्विपक्षीय ऋण का पुनर्गठन ठीक है.'' डॉन अखबार की खबर के मुताबिक वित्त मंत्री ने कहा कि पेरिस क्लब के कर्ज का पुनर्गठन करने का कोई लाभ नहीं है, क्योंकि इन लेनदारों का कुल कर्ज, कुल विदेशी कर्ज के 11 फीसदी से अधिक नहीं है और एक साल में मिलने वाली कर राहत 1.2 अरब डॉलर से कम है. पाकिस्तान पर पेरिस क्लब के देशों का कुल 10.7 अरब अमेरिकी डॉलर बकाया है.

डार ने कहा, ''जब हम बाहरी भुगतान के लिए 32-34 अरब अमेरिकी डॉलर की व्यवस्था करने जा रहे हैं, तो ऐसे में 1.2 अरब डॉलर कोई बड़ा मुद्दा नहीं है.''

पुनर्भुगतान में लगभग 22 अरब डॉलर का विदेशी ऋण और लगभग 10-12 अरब डॉलर का चालू खाता घाटा शामिल है.

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार पेरिस क्लब को छोड़कर पाकिस्तान का कुल द्विपक्षीय ऋण इस समय लगभग 27 अरब डॉलर है, जिसमें चीनी ऋण लगभग 23 अरब अमेरिकी डॉलर है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Mahakumbh 2025: महाकुंभ को लेकर Akhilesh Yadav का BJP पर वार | CM Yogi | UP News