पाकिस्तान में सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है, अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले कई सहयोगी दल सत्तारुढ़ गठबंधन से अलग हो रहे हैं. ऐसे में बुधवार को पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे. फवाद चौधरी ने उर्दू में ट्वीट करते हुए लिखा है, 'प्रधानमंत्री इमरान खान आखिरी गेंद तक लड़ने वाले खिलाड़ी हैं. वह इस्तीफा नहीं देंगे.' बता दें, अविश्वास प्रस्ताव पर 3 अप्रैल को मतदान होगा. हालांकि, अभी इमरान की स्थिति स्पष्ट नहीं दिख रही है.
इमरान खान की पार्टी पीटीआई को एक और बड़ा झटका तब लगा जब उसके प्रमुख सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQM-P) ने सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़ दिया और विपक्ष से हाथ मिला लिया.
रविवार को इस्लामाबाद में एक रैली में एक पत्र का जिक्र करते हुए कहा था कि उनके पास 'सबूत' हैं कि उन्हें 'विदेशी तत्वों' द्वारा धमकी दी जा रही है जो उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं. खान ने आज घोषणा की थी कि वह 'वरिष्ठ पत्रकारों' और 'प्रमुख सहयोगियों' के साथ पत्र साझा करेंगे.
पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं, जिसमें बहुमत का आंकड़ा 172 है. पीटीआई के नेतृत्व वाला गठबंधन 179 सदस्यों के समर्थन से बनाया गया था. इमरान खान की पीटीआई के 155 सदस्य हैं और बलूचिस्तान अवामी पार्टी (BAP) और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (GDA) सहित अन्य प्रमुख सहयोगियों के पास लगभग 20 सीटें हैं.
इमरान खान के हालात अभी ऐसी है कि चार सहयोगियों में से तीन - एमक्यूएम-पी, पीएमएल-क्यू और बीएपी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन दिया है कहा कि उसके मुताबिक ही वे मतदान करेंगे. पाकिस्तान में विपक्षी दलों को सदन के 162 सदस्यों का समर्थन प्राप्त होता दिख रहा है और उम्मीद की जा रही है कि मतदान के दौरान सत्तारूढ़ गठबंधन के तीन दल उनके साथ शामिल हो सकते हैं, जिससे उन्हें बहुमत का आंकड़ा पार करने में मदद मिलेगी.
सदन के 161 सदस्यों के समर्थन से 28 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव सदन में पेश किया गया था.