पाक का सियासी संकट : अविश्वास प्रस्ताव से लेकर नेशनल असेंबली भंग होने तक; जानें कब- क्या हुआ

आज इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी लेकिन एक नाटकीय घटनाक्रम में डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव ख़ारिज कर दिया.

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राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी ने नेशनल असेंबली भंग करने की सिफ़ारिश मंज़ूर कर ली.
इस्लामाबाद:

पाकिस्तान में कई दिनों से जारी सियासी रस्साकशी ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है. आज वहां बड़ा सियासी ड्रामा हुआ. आज इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी लेकिन एक नाटकीय घटनाक्रम में डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव ख़ारिज कर दिया. इसके बाद इमरान ख़ान ने राष्ट्रपति से नेशनल असेंबली भंग करने की सिफ़ारिश की. और थोड़ी देर बाद ही राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी ने नेशनल असेंबली भंग करने की सिफ़ारिश मंज़ूर कर ली. नियम के मुताबिक अब 90 दिन के अंदर पाकिस्तान में चुनाव होंगे.

हम आपको बताने जा रहे हैं कि पाकिस्तान में कैसे इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और इमरान खान द्वारा संसद को भंग करने के अचानक उठाए गए कदम से संबंधित प्रमुख घटनाक्रम.

- 8 मार्च, 2022: पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर मौजूदा सरकार पर देश में अनियंत्रित होती महंगाई को कम करने में विफल रहने का आरोप लगाया.

- 19 मार्च : इमरान खान की पार्टी ने असंतुष्ट पीटीआई सांसदों को कारण बताओ नोटिस जारी किया.

- 20 मार्च: नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 25 मार्च को नेशनल असेंबली का सत्र बुलाया.

- 23 मार्च: प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि तीन सहयोगी उनकी सरकार के खिलाफ वोट करने का संकेत दे रहे हैं.

- 25 मार्च: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का सत्र इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए बिना ही स्थगित कर दिया गया.

- 27 मार्च: एक विशाल रैली में इमरान खान ने अपनी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कथित तौर पर हो रही ‘साजिश' के पीछे विदेशी ताकतों के होने का दावा किया.

- 28 मार्च: पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ ने नेशनल असेंबली में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया.

- 30 मार्च: अविश्वास मत से पहले इमरान खान की सरकार के प्रमुख सहयोगी दलों के विपक्ष के साथ चले जाने से उन्होंने बहुमत खो दिया.

- 31 मार्च: इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए संसद की बैठक.

- 1 अप्रैल : इमरान खान ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में दावा किया कि उनकी जान को खतरा है. खान ने कहा कि वह डरते नहीं हैं और एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक पाकिस्तान के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

- 3 अप्रैल : नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को रोका.

- 3 अप्रैल : इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नेशनल असेंबली भंग करने की सलाह दी.

- 3 अप्रैल : राष्ट्रपति अल्वी ने इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली भंग की.

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