- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर के इतिहास के एक दिन को सबसे काला दिन बताया था, जो विवादित रहा.
- उन्होंने 27 अक्टूबर 1947 को जम्मू-कश्मीर पर भारत के कब्जे का आरोप लगाया, जिसे कई लोगों ने गलत बताया.
- एक्स के कम्युनिटी नोट्स ने शहबाज के दावे का फैक्ट चेक किया और इसे ऐतिहासिक रूप से गलत साबित किया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर सोशल मीडिया पर मजाक का विषय बन गए हैं. शहबाज ने एक पोस्ट के जरिये एक तारीख को 'कश्मीर के इतिहास का सबसे काला दिन' बताया था. इसके बाद एक्स के कम्युनिटी नोट्स ने तुरंत इसका फैक्ट चैक किया और कई लोगों ने इसे ऐतिहासिक तौर पर गलत बताया. एक यूजर ने शहबार की पोस्ट के बारे में जो सबसे बड़ी बात बताई, वह थी 70 फीसदी से ज्यादा AI जेनरेटेड कंटेंट का होना. यूजर का कहना था कि उन्हें यह देखकर हैरानी हुई कि वह आखिर पाकिस्तान के पीएम ने बिना गलतियों के इतना लंबा पोस्ट कैसे लिख लिया.
कश्मीर पर शरीफ का प्रपोगेंडा
अपनी पोस्ट में शरीफ ने भारत पर 27 अक्टूबर, 1947 को जम्मू-कश्मीर पर 'कब्जा' करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि यह दशकों के 'जुल्म' और 'कश्मीरियों के खुद के फैसले को नकारने' की शुरुआत थी. पाकिस्तान हर साल 27 अक्टूबर को 'जम्मू-कश्मीर पर भारत के कब्जे' की सालगिरह के तौर पर 'कश्मीर ब्लैक डे' मनाता है. यह प्रपोगेंडा, पाकिस्तान पिछले कई दशकों से चलाता आ रहा है. यह प्रपोगेंडा पाकिस्तान के दशकों पुरानी फेक न्यूज फैलाने वाले कैंपेन का हिस्सा है.
कम्युनिटी चेक का फैक्टचेक
27 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तान के सपोर्ट वाले आतंकियों के घाटी पर हमला करने के बाद भारतीय सैनिकों को एयरलिफ्ट करके श्रीनगर लाया गया था. पाकिस्तान का हथियारबंद हमला तब हुआ जब महाराजा हरि सिंह ने इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन पर साइन किए. इससे जम्मू और कश्मीर ऑफिशियली भारत में शामिल हो गया. एक्स का कम्युनिटी नोट जिसने शरीफ के दावे को फैक्ट-चेक किया एक क्राउडसोर्स्ड फैक्ट-चेकिंग फीचर है. यहां यूजर्स उन पोस्ट में कॉन्टेक्स्ट या करेक्शन जोड़ सकते हैं जो गुमराह करने वाले या झूठे हो सकते हैं. कंट्रीब्यूशन को कम्युनिटी रिव्यू करती है. अगर अप्रूव हो जाता है, तो नोट सभी को दिखता है, जिससे रीडर्स को सही जानकारी मिलती है.
कश्मीर को पाक क्या देगा?
अफगान पॉलिटिकल एक्सपर्ट कारी ईसा मोहम्मदी ने शरीफ को आईना दिखाते हुए कहा, 'आज भारत के राज में कश्मीर ज्यादा सुरक्षित, तरक्की और मजबूत इकॉनमी का मजा ले रहा है. पाकिस्तान खुद गरीबी, बेरोजगारी और भारी इंटरनेशनल कर्ज से जूझ रहा है तो वह असल में कश्मीर के लोगों को क्या दे सकता है?' खैर इस पूरे मामले के बाद एक बार फिर शहबाज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर मजाक उड़वा लिया. एक यूजर ने लिखा, 'मैं पहले सोच रहा था कि आखिर शहबाज शरीफ ने गलतियों के बगैर इतना लंबा पोस्ट कैसे लिख लिया, फिर समझ में आया कि कैसे किया?'














