- इस्लामाबाद के न्यायिक परिसर के बाहर आत्मघाती हमले में 12 लोग मारे गए और 36 घायल हुए थे
- हमले में इस्तेमाल मोटरसाइकिल चालक को हिरासत में लिया गया जो ऑनलाइन राइड ऐप से जुड़ा था
- हमलावर ने कोर्ट परिसर के अंदर प्रवेश के कई प्रयास किए लेकिन पुलिस के कारण सफल नहीं हो सका
आतंकवाद की फसल बोने और काटने वाला पाकिस्तान आज उसी की दंश झेल रहा है. इसका एक ताजा उदाहरण पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में देखने को मिला जब मंगलवार, 11 नवंबर को एक कोर्ट के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया. इस हमले में 12 लोग मारे गए और 3 दर्जन लोग घायल हो गए. अब इस बम विस्फोट की जांच धीमी ही सही, आगे बढ़ रही है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी जांचकर्ताओं ने बुधवार, 12 नवंबर को एक मोटरसाइकिल चालक को हिरासत में लिया. दावा किया जा रहा है कि इसी मोटरसाइकिल वाले ने हमलावर को उस स्थान के बाहर छोड़ा था.
दरअसल यह मोटरसाइकिल ड्राइवर एक ऑनलाइन राइड ऐप- हेलिंग से जुड़ा था. जैसे भारत में रैपिडो बाइक और उबर बाइक होती है, वैसे ही. रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमलावर ने ऐप पर बाइक बुक किया था और उसी पर बैठकर कोर्ट के पास पहुंचा था. सीसीटीवी फुटेज के अब उस मोटरसाइकिल चालक का पता लगाया है और उसकी पहचान की है. उसकी लोकेशन का पता चलने के बाद, पुलिस ने उसे उठाया और उसे हिरासत में ले लिया. पुलिस के अनुसार आत्मघाती हमलावर ने चोंगी नंबर 26 से कोर्ट कैंपस तक मोटरसाइकिल पर सवारी की थी.
रिपोर्ट के अनुसार वहां पहुंचने के बाद, हमलावर ने कोर्ट कैंपस के अंदर घुसने के कई प्रयास किए लेकिन गेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों के कारण वह अंदर नहीं जा सका. वह करीब 15 मिनट तक इलाके में घूमता रहा लेकिन कैंपस से सटी सड़क पार नहीं की. हालांकि, जैसे ही पुलिस की एक गाड़ी वहां पहुंची तो उसने खुद को उड़ा लिया. जांचकर्ता यह पता लगाने के लिए हमलावर की गतिविधियों पर भी नजर रख रहे हैं कि क्या इस्लामाबाद में उसके कोई संभावित साथी थे और उसने विस्फोटक कहां से हासिल किए.
आतंक से दहला पाकिस्तान
मंगलवार को इस्लामाबाद में एक न्यायिक परिसर के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया जिसमें 12 लोग मारे गए और 36 लोग घायल हो गए. इस बीच उत्तरी पाकिस्तान के वाना क्षेत्र में वाना कैडेट कॉलेज पर आतंकवादी हमले को सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया और लगभग 300 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अता तरार ने कहा कि यदि सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई नहीं की होती तो पाकिस्तान 2018 में पेशावर स्कूल हमले जैसी बड़ी घटना का गवाह बन सकता था.













