अफगानिस्तान की अंधाधुंध गोलीबारी को पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली बताया

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के बाद तोरखम सीमा क्रॉसिंग बंद, इसी सीमा कि जरिए दोनों देशों के बीच होती है सामान की आवाजाही

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पाकिस्तान-अफगानिस्तान की तोरखम सीमा पर सुरक्षा बलों के बीच फायरिंग की जा रही है.
इस्लामाबाद:

पाकिस्तान ने सोमवार को अफगानिस्तान पर ‘अकारण और अंधाधुंध' गोलीबारी करने का आरोप लगाया जिस वजह से एक अहम सीमा क्रॉसिंग को बंद करना पड़ा. पाकिस्तान ने यह भी कहा कि ऐसे हमले आतंकवादियों को प्रोत्साहन देते हैं जिन्हें पहले से तालिबान शासित राष्ट्र में पनाह मिली हुई है.

दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के बाद तोरखम सीमा क्रॉसिंग को पिछले बुधवार को बंद कर दिया गया था. यह क्रॉसिंग पाकिस्तान और चारों ओर से भूमि से घिरे अफगानिस्तान के बीच लोगों और सामान के आवागमन का अहम केंद्र है. गोलीबारी की इस घटना की वजह से सामान से भरे सैकड़ों ट्रकों की कतार लग गई और लोगों को सरहद पार करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

दोनों देश तालिबान की ओर से सरहद पर शुरू किए गए निर्माण को लेकर मतभेदों को हल करने में नाकाम रहे हैं.

विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज़ ज़हरा बलोच ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र के अंदर अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार द्वारा किसी भी ढांचे के निर्माण को स्वीकार नहीं कर सकता है, क्योंकि इससे उसकी संप्रभुता का उल्लंघन होता है.

प्रवक्ता ने कहा कि जब अफगानिस्तान के कर्मियों को ऐसे अवैध ढांचों के निर्माण से रोका गया तो शांतिपूर्ण समाधान की बजाय छह सितंबर को अफगान सैनिकों ने पाकिस्तान की सैन्य चौकियों को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलीबारी की जिससे तोरखम सीमा टर्मिनल पर अवसंरचना को नुकसान पहुंचा और पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान के नागरिकों की जिंदगियों को खतरे में डाला गया.

आतंकवादी तत्वों को अफगानिस्तान के अंदर मिली पनाह

बलोच ने कहा, “पाकिस्तानी सरहद चौकियों पर ऐसी अकारण और अंधाधुंध गोलीबारी को किसी भी परिस्थितियों में जायज नहीं ठहराया जा सकता है. अफगान सुरक्षा बलों द्वारा अकारण गोलीबारी निरपवाद रूप से आतंकवादी तत्वों को प्रोत्साहित करती है. इन तत्वों को अफगानिस्तान के अंदर पनाह मिली हुई है और इसकी पुष्टि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ‘ऐनालिटिकल सपोर्ट एंड सेंक्शन मॉनिटरिंग टीम' ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में की है.”

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‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2,600 किलोमीटर की सीमा से जुड़े मसले दशकों से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच विवाद का कारण बने हुए हैं.

अफगानिस्तान का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकी हमले के लिए न हो

बलोच ने कहा, “ पिछले कई दशकों से, पाकिस्तान ने अफगान पारगमन व्यापार को सुविधाजनक बनाया है और ऐसा आगे भी करता रहेगा. हालांकि, पाकिस्तान पारगमन व्यापार समझौते के दुरुपयोग की अनुमति नहीं दे सकता है.”

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उन्होंने कहा, “ हम अपेक्षा करते हैं कि अफगानिस्तान का अंतरिम प्रशासन पाकिस्तान की चिंताओं को समझे और पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करे तथा सुनिश्चित करे कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी हमले करने के लिए ‘लॉन्चिंग पैड' के तौर पर नहीं हो.”

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