- पाकिस्तान के रक्षा बल प्रमुख मुनीर ने कहा कि देश शांतिप्रिय है पर क्षेत्रीय अखंडता को खतरा बर्दाश्त नहीं करेगा
- मुनीर ने चेतावनी दी कि किसी भी आक्रमण की स्थिति में पाकिस्तान की प्रतिक्रिया तीव्र और गंभीर होगी
- उन्होंने काबुल में बैठे तालिबान को स्पष्ट संदेश दिया कि टीटीपी और पाकिस्तान के बीच किसी एक को चुनना होगा
पाकिस्तान के रक्षा बलों के प्रमुख (CDF) और आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने सोमवार, 8 दिसंबर को कहा कि पाकिस्तान शांतिपूर्ण देश है, लेकिन आगाह किया कि किसी को भी इस्लामाबाद की क्षेत्रीय अखंडता या संप्रभुता को परखने की अनुमति नहीं दी जाएगी. दरअसल पाकिस्तान के पहले सीडीएफ के रूप में नियुक्त होने पर मुनीर को सम्मानित करने के लिए जीएचक्यू (मुख्यालय) में ‘गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया. ‘गार्ड ऑफ ऑनर' का निरीक्षण करने के बाद मुनीर ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि किसी भी आक्रमण की स्थिति में पाकिस्तान की प्रतिक्रिया 'बहुत अधिक तीव्र और गंभीर' होगी.
बता दें कि पहलगाम हमले के प्रतिशोध में भारत ने सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचों को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था. इस हमले के बाद चार दिनों तक भीषण झड़पें हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के साथ समाप्त हुईं.
तालिबान को मुनीर की नसीहत
पाकिस्तान-अफगानिस्तान तनाव पर मुनीर ने कहा कि काबुल में अफगान तालिबान शासन को एक स्पष्ट संदेश दिया गया है. उन्होंने कहा, '(अफगान) तालिबान के पास फितना अल-खवारिज (टीटीपी) और पाकिस्तान में से किसी एक को चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.' पाक सरकार ने पिछले वर्ष प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को 'फितना अल-खवारिज' के रूप में अधिसूचित किया था, जो कि इस्लामी इतिहास के एक ऐसे समूह का संदर्भ है जो हिंसा में शामिल था.
फील्ड मार्शल मुनीर ने पहले सीडीएफ के रूप में कार्यभार संभाला है. सरकार ने मुनीर की नयी भूमिका में नियुक्ति के लिए पांच साल के कार्यकाल को लेकर पिछले सप्ताह अधिसूचना जारी की. इसके साथ ही वह सेना प्रमुख के रूप में भी कार्य करेंगे. सीडीएफ का गठन पिछले महीने 27वें संविधान संशोधन और उसके बाद पाकिस्तान सेना, वायुसेना और नौसेना (संशोधन) विधेयक 2025 में किए गए बदलावों के बाद किया गया.
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