पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को क्वाड शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने (PM Modi) कहा कि भारत का विजन वन अर्थ, वन हेल्थ का है. मैं इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए राष्ट्रपति बाइडेन का हार्दिक अभिनंदन करता हूं. यह सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण हेल्थ केयर के लिए हमारे साझे दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है. कोविड महामारी के दौरान हमने इंडो-पैसिफिक कि लिए क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव लिया था. मुझे खुशी है कि हमने सर्वाइकल कैंसर जैसी चुनौती का मिलकर सामना करने का निर्णय लिया है.
4 करोड़ वैक्सीन देने का किया वादा
पीएम मोदी ने इस सम्मेलन में कहा कि भारत रेडियोथेरेपी इलाज और कैपेसिटी बिल्डिंग में भी भारत सहयोग करेगा. मुझे खुशी है कि हिंद-प्रशांत दशों के लिए गवी और क्वाड की पहलों के अंतर्गत भारत से चार करोड़ वैक्सीन डोज का योगदान दिया जाएगा. ये 4 करोड़ वैक्सीन डोज करोड़ों लोगों के जीवन में आशा की किरणें बनकर आएंगी. जैसी कि आप देख सकते हैं कि जब क्वाड कार्रवाई करता है, तो यह सिर्फ देशों के लिए नहीं होता. यह लोगों के लिए भी होता है. यह हमारे मानव केंद्रित दृष्टिकोण का सच्चा सार है.
"क्वाड देशों का साथ काम करना पूरी मानवता के लिए महत्वपूर्ण"
आर्कमीयर एकेडमी डेलावेयर में क्वाड लीडर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्वाड शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया तनाव और संघर्ष से घिरी हुई है और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड देशों का एक साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि समूह किसी के खिलाफ नहीं है और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है.स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्वाड देशों की साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है.पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड देशों का पहला शिखर सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में हुआ था.
क्वाड नेताओं का संयुक्त बयान
क्वाड समिट में चारों देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान भी जारी किया. इस बयान में कहा गया कि हम एक साथ लगभग दो बिलियन लोगों और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के एक तिहाई से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं. हम समावेशी, लचीले एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं. इंडो-पैसिफिक में चार प्रमुख समुद्री लोकतंत्रों के रूप में हम वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के एक अपरिहार्य तत्व के रूप में इस गतिशील क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए स्पष्ट रूप से खड़े हैं. हम किसी भी अस्थिर या एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं जो शक्ति या जबरदस्ती से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करते हैं. हम क्षेत्र में हाल ही में किए गए अवैध मिसाइल प्रक्षेपण, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं, की निंदा करते हैं.
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान), प्रशांत द्वीप समूह फोरम (PIF) और हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) सहित क्षेत्रीय संस्थानों के नेतृत्व के लिए सम्मान क्वाड के प्रयासों के केंद्र में है और रहेगा.इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई. करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी मजबूत है. इससे पहले अमेरिका पहुंचने पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ.