जापान (Japan) के शिजुओका प्रान्त में एक नर्सरी स्कूल में काम करने वाली तीन शिक्षिकाओं को रविवार को उनकी देखभाल में रह रहे शिशुओं के साथ बार-बार दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी. सुसोनो शहर में सकुरा होइकुएन नामक निजी स्कूल की पुलिस द्वारा तलाशी लेने के कुछ घंटों बाद इन शिक्षकों को हिरासत में लिया गया. यह मामला शहर में बुधवार के इस खुलासे के बाद आया कि ये शिक्षक जून और अगस्त के बीच दुर्व्यवहार के 15 मामलों में शामिल थे. इसमें एक साल के बच्चों को उनके पैरों से उल्टा पकड़ना, जबरन उनकी पैंट उतारना और उन्हें चाकुओं से डराने के साथ ही कई अन्य अपमानजनक कार्य शामिल है.
शिज़ुओका प्रान्त में शहर के अनुसार ये तीनों आरोपी शिक्षक एक वर्षीय कक्षा के प्रभारी छह शिक्षकों में से थे और हाल ही में इन्होंने यह नर्सरी स्कूल छोड़ दिया था. इन शिक्षकों ने अपमानजनक व्यवहार करना स्वीकार किया है लेकिन साथ ही दावा किया कि वे बच्चों को अनुशासित करने की कोशिश कर रहे थे.
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार पुलिस जब्त किये गये रिकॉर्ड की जांच करेगी क्योंकि उनका मानना है कि नर्सरी में लगातार दुर्व्यवहार हो रहा था. स्कूल ने अपने सभी कर्मचारियों को इस शपथ पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया था कि वहां क्या हुआ था इसका खुलासा किसी से नहीं करेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस ने इस डर से तलाशी ली है कि सबूत नष्ट हो सकते हैं.
स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि स्कूल के प्रमुख तोशिहिको सकुराई से पूछताछ की गई और एक विशेष जांच के हिस्से के रूप में तीन शिक्षकों के काम के रिकॉर्ड पेश करने की जरुरत है.
जानकार सूत्रों ने कहा कि स्कूल को पहले अगस्त के मध्य में स्थानीय अधिकारियों द्वारा प्रत्येक बच्चे पर किए गए दुर्व्यवहार का विस्तृत विवरण प्रदान करने के लिए कहा गया था, लेकिन स्कूल और उसके प्रमुख इन आरोपों पर चुप रहे.
एक पिता ने गुरुवार को कहा कि वह अपनी बेटी के स्कूल में दुर्व्यवहार के खुलासे से पूरी तरह से स्तब्ध है और इस तरह के जघन्य कृत्य करने वाले लोगों को समझना असंभव है. उन्होंने कहा कि वह यह सोच कर भी सो नहीं पा रहा.