- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्जा नहीं करने देंगे.
- इजरायल का साफ तौर पर जिक्र करते हुए ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि अब रुकने का समय आ गया है.
- ट्रंप को अरब नेताओं के दबाव का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने इजरायली सेना की कार्रवाई पर चिंता जताई है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्जा नहीं करने देंगे. ट्रंप ने अपने ओवल ऑफिस में मध्य पूर्व नीति से अलग कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए. इस दौरान ट्रंप ने इजरायल का साफ तौर पर जिक्र करते हुए पत्रकारों से कहा, "अब बहुत हो चुका." साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "अब रुकने का समय आ गया है."
डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों का बखान करते रहे हैं. हालांकि उन्हें अरब नेताओं के दबाव का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से इजरायली सेना द्वारा और अधिक इलाके पर कब्जे की कार्रवाई पर चिंता जताई है.
गाजा के विपरीत वेस्ट बैंक पर फिलिस्तीनी प्राधिकरण का शासन है. वहीं गाजा में इजरायल का हमास के साथ युद्ध जारी है.
शांति प्रक्रिया के फिर से शुरू होने की उम्मीद
ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सहित दस देशों ने इस सप्ताह फिलिस्तीन को मान्यता दी है, जिससे लंबे समय से ठप पड़ी शांति प्रक्रिया के पुनर्जीवित होने की उम्मीद है. यह एक ऐसा कदम है, जिसका अमेरिका और इजरायल ने कड़ा विरोध किया है. इजरायल के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक जर्मनी ने युद्धविराम या फिलिस्तीन की मांग को लेकर कुछ नहीं कहा है, लेकिन कुछ सैन्य निर्यात रोक दिए हैं.
गाजा में इजरायल के बढ़ते हमलों से नाराजगी
पश्चिमी देश गाजा में इजरायल के बढ़ते हमलों से नाराज हैं और कई देशों ने फिलिस्तीनी को मान्यता दे दी है.
यूरोपीय संघ टैरिफ और प्रतिबंधों पर विचार कर रहा है. खेल और सांस्कृतिक बहिष्कार की संभावना बढ़ रही है और कुछ देशों में इजरायली पर्यटकों को अप्रिय महसूस कराया जा रहा है.