नॉर्वे की विदेश मंत्री आएंगी भारत, जलवायु, ऊर्जा पर चर्चा संभव

“नॉर्वे (Norway) और भारत (India) जलवायु (Climate Change) और पर्यावरण (Environment) पर समान महत्वाकांक्षाएं साझा करते हैं. इस क्षेत्र में भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अक्षय ऊर्जा और हाइड्रोजन उत्पादन के बड़े पैमाने पर विकास की आवश्यकता है, जिसके लिए देश को विदेशी निवेश और अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी की आवश्यकता है. - नॉर्वे की विदेश मंत्री एनिकेन हुइटफेल्ड

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Climate Change के मुद्दे पर होगा भारत-नॉर्वे के बीच बात ( प्रतीकात्मक तस्वीर)
नयी दिल्ली:

नॉर्वे की विदेश मंत्री एनिकेन हुइटफेल्ड 25 से 27 अप्रैल तक भारत की यात्रा पर आएंगी, जिसके दौरान वह रायसीना डायलॉग में हिस्सा लेंगी और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारतीय नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगी. यात्रा की घोषणा करते हुए, यहां नॉर्वे के दूतावास ने कहा कि यह नॉर्डिक देश महासागरों, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु और पर्यावरण सहित अन्य मुद्दों पर भारत के साथ सहयोग करता है.

उसने कहा कि दोनों देशों के बीच एक बढ़ता हुआ और व्यापक व्यापार सहयोग है, और इसके अलावा वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक साथ हैं.

दूतावास द्वारा जारी एक बयान में हुइटफेल्ड को उद्धृत करते हुए कहा गया, “नॉर्वे और भारत जलवायु और पर्यावरण पर समान महत्वाकांक्षाएं साझा करते हैं. इस क्षेत्र में भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अक्षय ऊर्जा और हाइड्रोजन उत्पादन के बड़े पैमाने पर विकास की आवश्यकता है, जिसके लिए देश को विदेशी निवेश और अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी की आवश्यकता है. यह नॉर्वेई व्यापार और उद्योग के लिए व्यापक अवसर खोलता है, और इसलिए कई नॉर्वेई कंपनियां यात्रा में हिस्सा लेंगी.”

बयान में कहा गया है कि रायसीना डायलॉग -भारत के वार्षिक भू-राजनीतिक सम्मेलन- में भाग लेने के अलावा वह राजनीतिक वार्ता भी करेंगी.

इसमें कहा गया कि नॉर्वे का लक्ष्य मजबूत बहुपक्षीय सहयोग, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रणाली और कानूनी व्यवस्था में योगदान देने के लिए भारत के साथ सहयोग बढ़ाना है.

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