6 साल से पाकिस्तान की जेल में कैद हैं 17 'मानसिक रूप से अस्वस्थ' भारतीय, नहीं हो सकी पहचान

पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा छह साल पहले उसकी जेल में “मानसिक रूप से अस्वस्थ” 17 भारतीयों के बंद होने की बात कहे जाने के बाद से उनकी पहचान की पुष्टि के लिये किये जा रहे प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
गृह मंत्रालय ने उनकी तस्वीरें भी अपनी वेबसाइट पर डाली हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
इस्लामाबाद:

पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा छह साल पहले उसकी जेल में “मानसिक रूप से अस्वस्थ” 17 भारतीयों के बंद होने की बात कहे जाने के बाद से उनकी पहचान की पुष्टि के लिये किये जा रहे प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनकी तस्वीरें भी अपनी वेबसाइट पर डाली हैं. राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ही आम लोगों से भी सहायता मांगी गई है. एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है लेकिन राष्ट्रीयता की पुष्टि नहीं होने की वजह से उन्हें भारत नहीं लाया जा सका.

पाकिस्तान की जेल में बंद जिन 17 कैदियों को भारतीय माना जाता है, उनमें से चार महिलाएं हैं और पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें गुल्लू जान, अजमीरा, नाकाया और हसीना नाम दिया है. अन्य कैदी सोनू सिंह, सुरिंदर महतो, प्रहलाद सिंह, सिलरोफ सलीम, बिरजू, राजू, बिपला, रूपी पाल, पनवासी लाल, राजू माहोली, श्याम सुंदर, रमेश और राजू राय हैं.

गृह मंत्रालय ने कहा कि कोई व्यक्ति अगर इन 17 लोगों में से किसी की पहचान कर सकता है तो उसे गृह मंत्रालय में अवर सचिव (विदेश), राज्य सरकार या केंद्र शासित प्रदेश के गृह विभाग अथवा पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक अथवा पुलिस आयुक्त से संपर्क करना चाहिए.

Advertisement

3 देशों के गैर मुस्लिम शरणार्थियों से MHA ने मांगे आवेदन, इन 5 राज्यों के 13 जिलों की मिलेगी नागरिकता

Advertisement

गृह मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है, “पाकिस्तान की जेल में बंद मानसिक रूप से अस्वस्थ 17 लोगों की तस्वीर संलग्न है जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे भारतीय हैं. ये व्यक्ति मानसिक अस्वस्थता के कारण अपने माता-पिता, रिश्तेदारों के नाम या भारत में उनके पते आदि समेत और कोई भी जानकारी देने में अक्षम हैं.” पाकिस्तान ने 2015 में भारत को उसकी जेल में बंद इन 17 लोगों के बारे में बताया था, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है लेकिन उन्हें वापस भारत नहीं भेजा जा सकता क्योंकि “मानकिस रूप से अस्वस्थ” होने की वजह से उन्हें अपने पते-ठिकाने के बारे में कुछ याद नहीं है.

Advertisement

पाकिस्तान द्वारा उनका पता नहीं लगा पाने के बाद इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग को इन कैदियों से दूतावास संपर्क की सुविधा इस उम्मीद से दी गई कि कुछ सफलता मिल सके. इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने इन 17 कैदियों की तस्वीरें विदेश मंत्रालय को इनके परिजनों का पता लगाने के लिये भेजीं. विदेश मंत्रालय ने इन तस्वीरों को बाद में गृह मंत्रालय को अग्रसारित किया. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “तबसे हमने इनकी तस्वीरें मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड की हैं लेकिन अब तक इनमें से किसी का कोई सुराग नहीं लगा है. हमने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ इनकी तस्वीरें साझा कीं लेकिन उनसे भी अब तक कोई सूचना नहीं मिली है.”

Advertisement

VIDEO: हाफिज सईद को पाकिस्तानी कोर्ट ने दो आतंकी वारदातों के लिए 10 साल की सजा सुनाई

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Waqf Amendment Law पर Supreme Court में सुनवाई आज भी जारी, 3 सवालों पर अटका है मामला
Topics mentioned in this article