भारत से संबंधों को सुधारा जाए क्योंकि... अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को निक्की हेली की नसीहत

ट्रंप को नसीहत देते हुए निक्की हेली ने लिखा कि भारत को चीन जैसा दुश्मन नहीं समझना चाहिए. भारत एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक साझेदार है, जिसे अमेरिका को प्राथमिकता देनी चाहिए. चीन की तरह भारत पर प्रतिबंध लगाना रणनीतिक रूप से नुकसानदायक होगा.

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  • निक्की हेली ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध लगभग टूटने की कगार पर हैं
  • निक्की हेली ट्रंप के भारत पर थोपे गए टैरिफ की पहले भी आलोचना कर चुकी है.
  • निक्की हेली ने चीन जैसा दुश्मन न मानने की सलाह देते हुए भारत को तव्वजों देने की बात कही
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वॉशिंगटन:

अमेरिका की पूर्व संयुक्त राष्ट्र राजदूत निक्की हेली ने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते लगभग टूटने की कगार पर है और अगर अमेरिका को चीन की वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को रोकना है, तो उसे भारत के साथ अपने संबंधों को यकीनन फिर से मजबूत करना होगा.निक्की हेली ने यह टिप्पणी न्यूज़वीक में प्रकाशित अपने लेख में की, जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ की आलोचना की. अमेरिका ने भारत पर रूसी तेल खरीदने को लेकर 25% अतिरिक्त टैरिफ थोप रखा है, जबकि 25 फीसदी टैरिफ इससे अलग है. इस तरह अमेरिका ने भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है.

भारत को चीन जैसा प्रतिद्वंद्वी न समझें

निक्की हेली ने लिखा कि अमेरिका को भारत को चीन जैसा दुश्मन नहीं समझना चाहिए. भारत एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक साझेदार है, जिसे अमेरिका को हर हाल में प्राथमिकता देनी ही चाहिए. चीन की तरह भारत पर प्रतिबंध लगाना रणनीतिक लिहाज से काफी नुकसानदायक होगा. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका भारत के साथ 25 वर्षों की रणनीतिक संबंधों को खराब करता है, तो यह एक रणनीतिक आपदा साबित होगी.

भारत की भूमिका: सप्लाई चेन से लेकर रक्षा तक

निक्की हेली ने भारत को अमेरिका की सप्लाई चेन को चीन से हटाने में अहम भूमिका निभाने वाला देश बताया. उन्होंने कहा कि भारत टेक्सटाइल, सस्ते मोबाइल फोन और सोलर पैनल जैसे प्रमुख उत्पादों के लिए चीन जैसा उत्पादन केंद्र बन सकता है. रक्षा क्षेत्र में भी भारत की भूमिका को अहम बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है और उसकी मध्य-पूर्व में बढ़ती भूमिका क्षेत्रीय स्थिरता में मदद कर सकती है.

चीन के मुकाबले भारत ज्यादा लोकतांत्रिक

निक्ली हेली ने यह भी कहा कि भारत का उदय चीन के मुकाबले कहीं अधिक सकारात्मक है क्योंकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है. चीन की महत्वाकांक्षाएं भारत की ताकत के साथ घटेंगी. भारत दुनिया के लिए खतरा नहीं है. उन्होंने भारत को चीन के प्रभुत्व के खिलाफ एशिया में एकमात्र संतुलनकारी शक्ति बताया. बीते कुछ हफ्तों में भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव बढ़ा है. दरअसल ट्रंप प्रशासन ने भारत पर रूसी तेल खरीद को लेकर 25% अतिरिक्त टैरिफ थोप दिया है. वहीं ट्रंप पाकिस्तान और भारत के बीच हुए सीजफायर का श्रेय खुद ले रहे हैं, लेकिन भारत साफ कहा चुका है कि बिनी किसी की मध्यस्था के पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने पर ही सीजफायर किया गया था.

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