अमेरिकी पॉडकास्टर के सवा 3 घंटे के इंटरव्यू में ट्रंप और चीन पर PM मोदी के 5 छिपे संदेश क्या हैं, समझिए

Narendra Modi Message To Xi Jinping Donald Trump: अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ 3 घंटे से अधिक के पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अमेरिका और चीन को सीधा संदेश दिया है.

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Narendra Modi Message To Xi Jinping Donald Trump: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन को दिए 3 घंटे 17 मिनट 33 सेकेंड के वीडियो में कई संदेश छिपे हैं. जीवन दर्शन से लेकर कूटनीति तक. दुनिया में टैरिफ वॉर से उथल-पुथल मचाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने इशारा किया कि अमेरिका और भारत के संबंध कैसे रहने वाले हैं. सीमा पर अपने तेवर नरम करते चीन को लेकर भी इशारों-इशारों में रिश्तों की रेखा खींची. समझिए इंटरव्यू में ट्रंप और चीन को लेकर आखिर पीएम मोदी का संदेश क्या है....

ट्रंप के बड़प्पन के बात 

पीएम मोदी ने ह्यूस्टन में हाउडी मोदी इवेंट का जिक्र कर ट्रंप के साथ अपने रिश्तों की गर्माहट को समझाया. उन्होंने कहा कि वह मंच से भाषण दे रहे थे और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप नीचे बैठकर सुन रहे थे. यह सम्मान दिल छू लेने वाला था. उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने ट्रंप से स्टेडियम का चक्कर लगाने का अनुरोध किया, जो उन्होंने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बगैर बिना कुछ सोचे स्वीकार कर लिया.

1- ट्रंप को मोदी पर भरोसा है

पीएम मोदी ने कहा हाउडी मोदी कार्यक्रम ने उनके दिल को छू लिया. उन्हें उसी दिन लग गया था कि  इस व्यक्ति में हिम्मत है. यह फैसले खुद लेते हैं. दूसरा मोदी पर उनको भरोसा है. मोदी ले जा रहा है, तो चलिए चलते हैं. यह आपसी विश्वास का भाव है. 

2- 'हमारी जोड़ी जम जाती है'

पीएम मोदी ने कहा कि हाउडी मोदी में ट्रंप का विश्वास और राष्ट्रपति चुनाव में जब उन पर गोली चली, तो दोनों राष्ट्रपति ट्रंप एक ही नजर आए. स्टेडियम में मेरा हाथ पकड़कर चलने वाले ट्रंप और गोली लगने के बाद भी अमेरिका के लिए ही जिंदगी वाला भाव. मैं नेशन फर्स्ट वाला हूं, वह अमेरिका फर्स्ट वाले हैं. हमारी जोड़ी जम जाती है. 

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3- 'ट्रंप अमेरिकी मूल्यों का सम्मान करते हैं'    

मैं जब पहली बार वाइट हाउस गया, तो राष्ट्रपति ट्रंप के बारे में मीडिया में बहुत कुछ छपता था. मुझे भी भांति भांति का ब्रीफिंग की गई थी. जब मैं वाइट हाउस पहुंचा तो पहले मिनट में उन्होंने सारे प्रोटोकॉल की दीवारें तोड़ दीं. जब वह मुझे घुमाने ले गए तो, उन्होंने जिस बारीकी से मुझे वाइट हाउस के बारे में तारीखवार बातें बताईं, मैं हैरान रह गया. यह बताता था कि वह संस्थान का कितना आदर करते हैं. अमेरिका के इतिहास के साथ उनका कितना लगाव और सम्मान है. 

4- ट्रंप से यारी पक्की है

पहली टर्म के बाद जब बाइडन चुनाव जीते, तब भी हमारी रिश्तों की गर्माहट बनी रही. इन चार सालों में उन्होंने पचासों बार कहा कि मोदी मेरे दोस्त हैं. पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप इस बार पूरी तैयारी के साथ हैं. उन्हें क्या करना है, यह उनको अच्छे से पता है. उनकी टीम शानदार है. ट्रंप की टीम के जिन लोगों से मैं मिला, सभी से पारिवारिक माहौल में बात हुई. 

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5- चीन के लिए संदेश क्या है

पीएम मोदी ने चीन को लेकर संदेश दिया कि दोनों मुल्क अगर मिल जाएं, तो दुनिया बदली जा सकती है. उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा भी था, जब पूरी दुनिया की जीडीपी में आधी हिस्सेदारी अकेली भारत और चीन की थी.   

मोदी ने कहा, 'भारत और चीन का संबंध आज का नहीं है. दोनों पुरातन संस्कृति हैं. आधुनिक दुनिया में भी दोनों की बड़ी भूमिका है. पुराने रेकॉर्ड देखेंगे तो सदियों तक भारत और चीन एक दूसरे से सीखते रहे हैं. दोनों मिलकर दुनिया की भलाई के लिए कोई न कोई योगदान देते रहे हैं. दुनिया का जो जीडीपी था, उसका अकेले 50 प्रतिशत भारत और चीन का हुआ करता था. पहले की सदियों में भारत और चीन के बीच संघर्ष का इतिहास नहीं मिलता है. बुद्ध का प्रभाव काफी रहा है. भारत से ही वह विचार गया है. भविष्य में भी इन संबंधों को ऐसा ही मजबूत रहना चाहिए. मतभेद होते हैं. परिवार में भी रहता है, लेकिन हमारी कोशिश है कि यह मतभेद विवाद में न बदलें. हम बातचीत पर बल देते हैं, तभी एक स्थायी और सहयोगी रिश्ते बनते हैं. यह ठीक है कि हमारा सीमा विवाद चलता रहता है. 2020 में जो सीमा पर घटना घटी, उससे हमारे बीच दूरियां बढ़ीं. अभी हाल में राष्ट्रपति शी के साथ मेरी मुलाकात हुई. उसके बाद सीमा पर चीजें सामान्य हो रही हैं. धीरे-धीरे वह उत्साह और उमंग वापस आ जाए. इसमें समय लगेगा. दोनों मुल्कों का साथ होना दुनिया की स्थिरता के लिए भी जरूरी है."

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