मध्य अफ़्रीका देश गैबॉन में सैन्य तख़्तापलट, चुनाव की विश्वसनीयता पर सवाल

चुनाव के परिणामों को रद्द करने की घोषणा करते समय एक सैनिक ने कहा कि "गणतंत्र की सभी संस्थाएं" भंग कर दी गई हैं. इस घोषणा के दौरान के दौरान, एएफपी के पत्रकारों ने गैबोनीज़ राजधानी लिब्रेविले में गोलियों की आवाज़ सुनी. 

Advertisement
Read Time: 10 mins

मध्य अफ़्रीका देश गैबॉन में सैन्य तख़्तापलट की ख़बर आ रही है. सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बारे में टीवी पर आकर की घोषणा की है. उन्होंने कहा चुनाव विश्वसनीय तरीक़े से नहीं हुआ है. अभी हुए चुनाव के बाद चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अली बोंगो ओंडिम्बा को तीसरी बार विजयी घोषित किया था. उनको 64.27 फ़ीसदी वोट मिला था. जबकि उनके ख़िलाफ़ मुख्य उम्मीदवार अल्बर्ट ओन्डो ओसा को 30.77 फ़ीसदी वोट मिले थे.

चुनाव के परिणामों को रद्द करने की घोषणा करते समय एक सैनिक ने कहा कि "गणतंत्र की सभी संस्थाएं" भंग कर दी गई हैं. इस घोषणा के दौरान के दौरान, एएफपी के पत्रकारों ने गैबोनीज़ राजधानी लिब्रेविले में गोलियों की आवाज़ सुनी. एक सैनिक ने टीवी चैनल गैबॉन 24 पर कहा, "हमने मौजूदा शासन को समाप्त करके शांति की रक्षा करने का फैसला किया है", उन्होंने कहा, "गणतंत्र की सभी संस्थाएं भंग कर दी गई हैं: सरकार, सीनेट, नेशनल असेंबली और संवैधानिक न्यायालय," उन्होंने देश की सीमाओं को "अगली सूचना तक" बंद करने की घोषणा की.

सैनिकों में रिपब्लिकन गार्ड के सदस्यों के साथ-साथ नियमित सेना के सैनिक और पुलिस अधिकारी भी शामिल थे. यह बयान गैबॉन 1 सार्वजनिक टेलीविजन पर भी प्रसारित किया गया था. बयान के दौरान एएफपी के पत्रकारों ने लिब्रेविले के कई जिलों में गोलीबारी की आवाज सुनी. यह घोषणा तब हुई जब राष्ट्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कहा कि 14 साल से सत्ता में रहे बोंगो ने शनिवार के चुनाव में 64.27 प्रतिशत वोट के साथ तीसरी बार जीत हासिल की है. नतीजों के मुताबिक, बोंगो के मुख्य प्रतिद्वंद्वी अल्बर्ट ओन्डो ओसा को सिर्फ 30.77 प्रतिशत वोट मिले. ओन्डो ओसा ने चुनाव समाप्ति से पहले जीत का दावा करते हुए "बोंगो खेमे द्वारा की गई धोखाधड़ी" की निंदा की थी.

Advertisement

ये भी पढ़ें :रूस के उत्तर पश्चिमी शहर पेस्कोफ़ के हवाई अड्डे पर ड्रोन हमला

ये भी पढ़ें : तोशखाना मामला : इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान खान की सजा पर लगाई रोक

Featured Video Of The Day
Pakistan Hockey Team: कंगालिस्तान हुआ पाकिस्तान! हॉकी टीम को देने के लिए नहीं पैसे?