- मेक्सिको ने भारत, चीन और अन्य एशियाई देशों से आयातित चुनिंदा उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है
- यह टैरिफ अगले साल की 1 जनवरी से लागू होगा और इसमें कई उद्योगों के उत्पाद शामिल हैं जैसे ऑटो पार्ट्स और कपड़े
- मेक्सिको का उद्देश्य अपने राष्ट्रीय उद्योगों को सुरक्षा देना और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना बताया गया है
भारत पर अमेरिका द्वारा 50 फीसदी टैरिफ लगाने के चार महीने बाद अब मेक्सिको ने भी 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है. मेक्सिको ने भारत के साथ-साथ चीन और दूसरे एशियाई देशों से आने वाले चुनिंदा उत्पादों के आयात पर भी 50 फीसदी का टैरिफ लगाया है. मेक्सिको ने अपने इस फैसले को राष्ट्रीय उद्योग और उत्पादकों की सुरक्षा के लिए अहम बताया है. मेक्सिको द्वारा लगाया गया 50 फीसदी टैरिफ अगले साल 1 जनवरी से लागू होने वाला है.
आपको बता दें कि मैक्सिकन दैनिक एल यूनिवर्सल के अनुसार, मेक्सिको ने जिन उत्पादों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया है उनमें ऑटो पार्ट्स, हल्की कारें, कपड़े, प्लास्टिक, स्टील, घरेलू उपकरण, खिलौने, कपड़ा, फर्नीचर, जूते, चमड़े के सामान, कागज, कार्डबोर्ड, मोटरसाइकिल, एल्यूमीनियम, ट्रेलर, कांच, साबुन, इत्र और सौंदर्य प्रसाधन जैसे उत्पाद शामिल हैं.भारत, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे वे देश प्रभावित होंगे जिनका मेक्सिको के साथ व्यापार समझौता नहीं है.
मेक्सिको टैरिफ़ क्यों लगा रहा है?
मैक्सिकन सरकार एशियाई देशों, विशेषकर चीन से आयात पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रही है, जिसके साथ उसका महत्वपूर्ण व्यापार असंतुलन है. इस बीच, चीन ने गुरुवार को कहा कि उसने हमेशा सभी रूपों में एकतरफा टैरिफ बढ़ोतरी का विरोध किया है और मेक्सिको से एकतरफावाद और संरक्षणवाद की अपनी गलत प्रथाओं को जल्द से जल्द सही करने का आग्रह किया है.
चीन सबसे अधिक प्रभावित होगा क्योंकि मेक्सिको ने 2024 में देश से 130 बिलियन डॉलर मूल्य के उत्पाद आयात किए. प्रस्तावित टैरिफ से 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 33,910 करोड़ रुपये) का अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न होने की भी उम्मीद है.मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम भी देश के उद्योग को अधिक सुरक्षा प्रदान करना और घरेलू उत्पादन बढ़ाना चाहती हैं.
मेक्सिकोन्यूजडेली.कॉम के अनुसार, चैंबर ऑफ डेप्युटीज में मुरैना के नेता डिप्टी रिकार्डो मोन्रियल ने कहा कि हमारा मानना है कि [मैक्सिकन] उद्योग का समर्थन करना रोजगार पैदा करना है. हालांकि, मैक्सिकन आर्थिक समाचार आउटलेट एल फाइनेंसर के अनुसार, विश्लेषकों का मानना है कि टैरिफ का उद्देश्य संयुक्त राज्य अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समीक्षा से पहले अमेरिका को खुश करना है.
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