Masood Azhar Operation Sindoor Reaction: जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख और इंटरनेशनल आतंकवादी घोषित मौलाना मसूद अजहर ने दावा किया है कि पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत भारत द्वारा किए गए लक्षित हवाई हमलों में उसके परिवार के 10 सदस्य और उसके चार सहयोगी मारे गए. अजहर के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय - जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह पर हमले में मारे गए लोगों में उसकी बड़ी बहन, उसका पति, एक भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और विस्तारित परिवार के पांच बच्चे शामिल थे.
'कोई अफसोस नहीं'
अजहर ने कहा कि उन्हें न तो कोई अफसोस है और न ही निराशा है. उन्होंने कहा, "बल्कि, यह बात बार-बार मेरे दिल में आती है कि मैं भी इस चौदह सदस्यों वाले खुशहाल कारवां में शामिल क्यों नहीं हुआ." इंटरनेशनल आतंकवादी ने कहा, "उनके जाने का समय आ गया था, लेकिन भगवान ने उन्हें नहीं मारा."
अल्लाह के मेहमान बने-मसूद अजहर
मसूद अजहर ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद कहा, "आज रात मेरे परिवार के दस सदस्यों को एक साथ यह खुशी नसीब हुई. इसमें पांच मासूम बच्चे हैं, मेरी बड़ी बहन, उनके माननीय पति, मेरे विद्वान फाजिल भांजे (भतीजे) और उनकी पत्नी और मेरे प्रिय विद्वान फाजिला (भांजी), मेरे प्रिय भाई हुजैफा और उनकी मां, दो और प्यारे साथी शामिल थे." उन्होंने कहा कि मारे गए लोग अल्लाह के मेहमान बन गए हैं.
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कौन है मसूद अजहर?
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध 56 साल के मसूद अजहर भारत में कई आतंकी हमलों की साजिश में शामिल रहा है. इसमें मुख्य रूप से 2001 का संसद हमला, 2008 का मुंबई हमला, 2016 का पठानकोट हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है. हालांकि, यह एक खुला रहस्य है कि आतंकवादी पाकिस्तान में है, लेकिन इस्लामाबाद ने बार-बार उसके बारे में जानकारी होने से इनकार किया है.
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