450 करोड़ की फिरौती वसूली... शाही परिवार के शेख को ही उठा ले गए जिहादी, छोटे से देश में बड़ा बवाल

माली पर पकड़ मजबूत कर चुके जिहादी ग्रुप ने अपने खजाने को भरने के लिए विदेशियों की किडनैपिंग को हथकंडा बना लिया है. JNIM नाम के ग्रुप के पास भारत के भी 5 बंधक हैं.

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  • माली में अल-कायदा से जुड़े जिहादियों का कब्जा मजबूत हो रहा है और वे इस्लामिक कानून लागू करना चाहते हैं
  • JNIM जिहादी समूह अमीर विदेशी व्यक्तियों का अपहरण कर बड़ी रकम की फिरौती वसूल करता है
  • संयुक्त अरब अमीरात के शाही परिवार के सदस्य को अपहरण के बाद 50 मिलियन डॉलर की फिरौती मिलने के बाद रिहा किया गया
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पश्चिमी अफ्रीका के देश माली पर अल-कायदा से जुड़े जिहादियों की पकड़ मजबूत होती जा रही है. ये जिहादी माली की मौजूदा सरकार को गिराने और इस्लामिक कानून को लागू करना के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. उन्हें अब किसी का डर नहीं है, वो अपना खजाना भरने के लिए माली में आने वाले बड़े लोगों को किनडैप कर रहे हैं और फिरौती में बड़ी रकम वसूल रहे हैं. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार दो सप्ताह पहले ही इन जिहादियों ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शाही परिवार के एक शेख को किडनैप करने के बाद रिहा करने के लिए 50 मिलियन डॉलर (लगभग 444 करोड़ रुपए) की फिरौती वसूली है.

इस जिहादी ग्रुप का नाम- फॉर द सपोर्ट ऑफ इस्लाम एंड मुस्लिम्स है, जिसे इसके अरबी संक्षिप्त नाम JNIM से जाना जाता है. यह न केवल पूरे माली में रोड ब्लॉक करके तेल-गैस को मूव नहीं करने दे रहा है बल्कि साथ ही इसने फिरौती के लिए अमीर विदेशियों की किडनैपिंग को "आर्थिक जिहाद" की अपनी रणनीति का एक अहम भाग बना लिया है.

शाही शेख की किडनैपिंग

न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार JNIM ने 26 सितंबर को माली की राजधानी बमाको के पास सोने के व्यापार में शामिल UAE के शाही परिवार के एक सदस्य का अपहरण करने के बाद 50 मिलियन डॉलर की फिरौती की मांग की थी. साथ ही उस शेख के दो व्यापारिक साझेदारों, एक ईरानी और एक पाकिस्तानी, का भी अपहरण कर लिया गया. 

रिपोर्ट के अनुसार नेगोशिएशन से जुड़े करीबी सूत्र ने बताया कि बंधकों के जीवित होने का सबूत देने के बदले जिहादियों को लगभग 7 लाख डॉलर से अधिक) की पहली राशि भेजी गई थी.  सूत्र ने बताया कि JNIM ने "कम से कम $50 मिलियन" की फिरौती के बाद अक्टूबर के अंत में तीनों को रिहा कर दिया. 

रिपोर्ट के अनुसार वास्तव में फिरौती किसने दी यह अज्ञात है. हालांकि माली की सुरक्षा एजेंसी में काम करने वाले एक सोर्स ने 50 मिलियन डॉलर की इस फिरौती की पुष्टि की और कहा कि इस जिहादी ग्रुप ने बदले में माली की खुफिया सेवाओं द्वारा रखे गए अपने ग्रुप के लगभग 30 कैदियों को रिहा भी करवाया.

JNIM के पास अभी भी कई बंधक, भारतीय भी शामिल

जिहादी ग्रुप के पास अभी भी कई अन्य बंधक हैं, जिनकी एक बार फिरौती ले ली गई तो उसका खजाना और भी बढ़ जाएगा. सौफान सेंटर कंसल्टेंसी के अनुसार, अधिकांश का अपहरण देश के पश्चिम में किया जाता है, जहां माली का लगभग 80 प्रतिशत सोने का उत्पादन होता है. AEI थिंक टैंक के अनुसार, पश्चिमी माली में सात औद्योगिक स्थलों पर हमलों में कम से कम 11 चीनी नागरिकों का अपहरण कर लिया गया है, जिनमें से छह चीनी कंपनियों द्वारा चलाए जा रहे थे. और पिछले हफ्ते ही, उसी क्षेत्र में एक बिजली कंपनी में काम करने वाले पांच भारतीयों और एक मिस्र के नागरिक को किडनैप कर लिया गया था.

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