ब्रिटेन (UK) की प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस (UK PM Liz Truss) ने बड़े पैमाने पर आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा (Resigns) दे दिया है. प्रधानमंत्री दफ्तर में केवल 45 दिन बिताने के बाद ट्रस ने यह इस्तीफा दिया. लिज ट्रस ब्रिटेन में सबसे कम दिन पद पर रहने वाली प्रधानमंत्री बन गईं हैं. उनके आर्थिक कार्यक्रम के कारण ब्रिटेन के बाजार में उथल-पुथल मच गई थी और कंजरवेटिव पार्टी में बहुत से लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
लिज़ ट्रस को टैक्स कटौती पर अपनी सभी नीतियां वापस लेनी पड़ीं थी. नए वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने टैक्स कट पर उनकी सभी नीतियों को पलट दिया था. बिजली बिल बढ़ोतर पर लगी रोक को भी हटा दिया गया था. लिज ट्रस ने टीवी पर दिए भाषण में कहा कि जिस जनादेश के लिए मुझे चुना गया था मैें उसे पूरा नहीं कर सकती. इस कारण इस्तीफा दे रही हूं. इससे पहले उन्होंने आर्थिक नीतियों पर उनकी सरकार के यू टर्न के लिए माफी भी मांगी थी. और अपनी सरकार के पहले वित्त मंत्री से इस्तीफा ले लिया था.
इसके बाद भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन ने भी ब्रिटेन की गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया . गोवा मूल के पिता और तमिल मूल की मां की संतान ब्रेवरमैन को 43 दिन पहले ही गृह मंत्री नियुक्त किया गया था, जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभाला था. इससे पहले ब्रेवरमैन की बुधवार को प्रधानमंत्री ट्रस के साथ बैठक हुई और इसे सरकार की नीति पर असहमति का परिणाम नहीं माना जा रहा.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ट्रस (UK prime minister Truss) की अपने दो बड़े फैसले पलटने के कारण आलोचना हो रही थी. वह ना सबसे अधिक कमाने वालों और कंपनी के मुनाफे पर टैक्स कट की योजना से पीछे हटीं बल्कि उन्हें अपने करीबी क्वासी क्वारतेंग को भी वित्त मंत्री पद से हटाना पड़ा था.
कई मीडिया घरानों में यह खबर थी कि लिज़ ट्रस ब्रिटेन के प्रधानमंत्री दफ्तर में अधिक नहीं टिक पाएंगी. अपनी पूरी आर्थिक नीती को पलटने, अपने दोस्त और वित्त मंत्री क्वासी क्वारतेंग को पद से हटाने के बाद जनमत में ही उनके आंकड़े रिकॉर्ड स्तर पर नीचे आ गए. कंजरवेटिव पार्टी में भी सांसद उन्हें पद से हटाने की योजना बना रहे थे. मंगलवार को दो अहम टोरी समर्थक अखबारों ने भी उनकी आलोचना की थी .