ट्रम्प प्रशासन के एक और फैसले को जो बाइडेन ने पलटा, भारत से आंतरिक सुरक्षा संवाद फिर से करने का फैसला

यह संवाद सबसे पहले मई 2011 में ओबामा प्रशासन में शुरु हुआ था. इसके बाद आंतरिक सुरक्षा मंत्री जेनेट नैपोलितानो अपने तत्कालीन भारतीय समकक्ष पी. चिदंबरम से बात करने के लिए भारत गई थीं. दूसरा भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा संवाद 2013 में वाशिंगटन डीसी में हुआ था.

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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने भारत के साथ आंतरिक सुरक्षा संवाद फिर से शुरू करने की घोषणा की है.
वाशिंगटन:

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने भारत के साथ आंतरिक सुरक्षा संवाद फिर से शुरू करने की घोषणा की है. पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन ने यह संवाद बंद कर दिया था. यह घोषणा तब की गई है जब एक दिन पहले आंतरिक सुरक्षा मंत्री अलेजांद्रो मयोरकस ने सोमवार को अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू से बात की और भारत तथा उनके विभाग के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की इच्छा जताई.

मंगलवार को जारी बैठक के ब्यौरे के अनुसार, ‘‘मयोरकस और संधू अमेरिका-भारत आंतरिक सुरक्षा संवाद को दोबारा शुरू करने और साइबर सुरक्षा, उभरती प्रौद्योगिकी जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करने तथा हिंसक चरमपंथ पर काबू पाने के लिए बात करने पर राजी हो गए.'' मंत्रालय के लिए किसी विदेशी राजदूत के साथ मंत्री की बैठक का ब्यौरा जारी करना आम बात नहीं है.

ब्यौरे के अनुसार, ‘‘बातचीत में दोनों नेताओं ने बाइडन प्रशासन में हो रही क्वाड समेत सकारात्मक भागीदारी पर जोर दिया.''मयोरकस और संधू ने छात्रों और उद्यमियों के अहम योगदान को भी स्वीकार किया जिसने दोनों देशों को मजबूत बनाया.

यह संवाद सबसे पहले मई 2011 में ओबामा प्रशासन में शुरु हुआ था. इसके बाद आंतरिक सुरक्षा मंत्री जेनेट नैपोलितानो अपने तत्कालीन भारतीय समकक्ष पी. चिदंबरम से बात करने के लिए भारत गई थीं. दूसरा भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा संवाद 2013 में वाशिंगटन डीसी में हुआ था.
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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