इज़रायल (Israel) की सेना ने स्वीकार किया कि उसने गाजा में हवाई हमले में अमेरिकी चैरिटी के सात सहायता कर्मियों को मारकर "गंभीर गलती" की थी. इजरायली रक्षा बलों के चीफ ऑफ स्टाफ हरजी हलेवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, "यह घटना एक गंभीर गलती थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं होना चाहिए था."
गाजा में इजरायल के किए गए हवाई हमले में ‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन' के कई अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई, जिसमें भारतीय मूल की एक महिला लालजावमी फ्रैंककॉम भी शामिल हैं, एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने पुष्टि की कि मारे गए लोगों में 43 वर्षीय फ्रैंककॉम भी शामिल हैं और उन्होंने इजरायल सरकार से इस घटना की पूरी जिम्मेदारी लेने की मांग की.
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन के छह अंतरराष्ट्रीय सहायता कर्मी युद्धग्रस्त गाजा क्षेत्र में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए स्वेच्छा से काम कर रहे थे. यह स्वीकार नहीं किया जा सकता कि इस युद्ध में उन लोगों को मार दिया गया. हम इसके लिए पूर्ण जवाबदेही की मांग करते हैं.''
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई पिता और मिजो मां से जन्मी फ्रैंककॉम युद्धग्रस्त उत्तरी गाजा के लोगों को राहत पहुंचाने के मिशन पर काम कर रही थीं, लेकिन सोमवार देर रात उनके काफिले पर किए गए इजराइली हवाई हमले में उनकी मृत्यु हो गई. इजरायल पीएम नेतन्याहू ने भी स्वीकार किया कि ये हमला इजराइली बलों द्वारा किया गया था. इस हमले में मारे गए सात लोग ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, ब्रिटेन, फलस्तीन, अमेरिका और कनाडा के नागरिक हैं.
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