- इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने UNGA के 80वें सत्र में गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध जारी रखने की बात कही.
- नेतन्याहू के भाषण के दौरान कई देशों के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल से सामूहिक रूप से बाहर चले गए.
- नेतन्याहू ने भाषण में क्षेत्र का नक्शा और क्यूआर कोड दिखाकर अपने सैन्य और राजनीतिक दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा ( UNGA) के 80वें सत्र को संबोधित किया. उन्होंने यहां पर कहा कि इजरायल को गाजा में हमास के खिलाफ 'काम खत्म करना ही होगा'. नेतन्याहू ने गाजा में विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने से इनकार करने पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय अलगाव के बावजूद संयुक्त राष्ट्र में एक आक्राम भाषण दिया. शुक्रवार को जब वह भाषण देने ही वाले थे, तब कई देशों के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल से सामूहिक रूप से बाहर चले गए.
नेतन्याहू का भाषण और खाली हॉल
जैसे ही इजरायली नेता ने बोलना शुरू किया, हॉल में हल्का शोर सुनाई दे रहा था. उन्होंने कहा, 'पश्चिमी नेता दबाव में झुक गए होंगे," और आगे कहा, "और मैं आपको एक बात की गारंटी देता हूं, इजरायल ऐसा नहीं करेगा.' कुछ देशों की ओर से फिलिस्तीन को मान्यता देने के हालिया फैसलों पर प्रतिक्रिया देते हुए, नेतन्याहू ने कहा, 'आपका यह शर्मनाक फैसला हर जगह यहूदियों और निर्दोष लोगों के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देगा.'
नेतन्याहू ने लगाया आरोप
जिस समय नेतन्याहू भाषण दे रहे थे उस दौरान कई देशों के प्रतिनिधियों ने वॉकआउट किया. अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहा, हालांकि प्रमुख शक्तियों का प्रतिनिधित्व विशेष रूप से जूनियर लेवल का था. इसमें अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के प्रतिनिधि शामिल थे. नेतन्याहू ने आलोचकों पर आरोप लगाने के अपने रुख को जारी रखते हुए कहा, 'यहूदी-विरोधी भावना मुश्किल से मरती है. वास्तव में, यह बिल्कुल भी नहीं मरती.'
बाद में, उन्होंने अपने सूट जैकेट पर एक क्यूआर कोड लगाया और एक बोर्ड दिखाया जिस पर एक बहुविकल्पीय प्रश्न लिखा था जिसे उन्होंने दर्शकों के सामने पढ़ा. उन्होंने क्षेत्र में अपने राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण में अपने प्रमुख सहयोगी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी बार-बार प्रशंसा की.
गाजा में कब्जे में लिए लोगों के फोन
एक 'अभूतपूर्व अभियान' में, इजरायली सेना ने गाजा के निवासियों और हमास सदस्यों के मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में ले लिए. उनके भाषण का इन मोबाइल के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया. नेतन्याहू को अंतरराष्ट्रीय अलगाव, युद्ध अपराधों के आरोपों और उस संघर्ष को समाप्त करने के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है जिसे उन्होंने लगातार बढ़ाया है. शुक्रवार का भाषण उनके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सबसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिक्रिया देने का एक मौका था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)