इजरायल के डिफेंस सिस्टम का लोहा पूरी दुनिया मानती है. लेकिन पिछले साल अक्टूबर में हमास के हमले में उसके इस सिस्टम पर कई तरह के सवाल भी खड़े हुए थे. हमास के हमले में इजयारल के एयर डिफेंस सिस्टम की कुछ कमजोरियां भी बाहर निकल कर आई थी. बीते एक साल से ज्यादा समय में इजरायल के दुश्मनों की संख्या बढ़ी है. ऐसे में पहले जहां वह सिर्फ एक मोर्च पर लड़ रहा था वहीं अब वह चार मोर्चों पर एक साथ लड़ाई कर रहा है. एक तरफ जहां वह हमास से लड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ ईरान, हिजबुल्लाह और हुती भी उसके खिलाफ जंग का ऐलान कर चुके हैं.
ऐसे में इजरायल के लिए अपने डिफेंस सिस्टम को और मजबूत बनाना पहली प्राथमिकता रही है. एक रिपोर्ट में ऐसा दावा किया जा रहा है कि इजरायल ने अपनी इस प्राथमिकता पर काम करते हुए नए जमाने के हथियारों को ध्यान में रखकर एक नया डिफेंस सिस्टम तैयार कर लिया है. जो अगले साल भर में एक्टिव हो जाएगा. इस डिफेंस सिस्टम का नाम आयरल बीम दिया गया है.
बताया जा राह है कि इज़रायली रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लेजर रक्षा प्रणाली देश के आयरन डोम और अन्य रक्षा प्रणालियों का पूरक होगी, जो "युद्ध के नए युग" की शुरुआत करेगी. इसे तैयार करने में $500 मिलियन से अधिक की लागत आई है. आयरन बीम इसलिए भी बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि इस समय इजरायल चौतरफा लड़ाई लड़ रहा है. और इस सिस्टम के सक्रिय होने से उसे दुश्मनों की मिसाइलों को अपनी सीमा में घुसने से काफी पहले ही नष्ट करने में मदद मिलेगी.
कैसे काम करेगा ये आयरन बीम?
इजरायल का यह आयरम बीम प्रकाश की गति से सैंकड़ों मीटर से लेकर कई किलोमीटर की दूरी तक हमला कर सकता है. इसमें मैगजिल लगाने की क्षमता असीमित है, प्रति अवरोधन लागत लगभग शून्य है और न्यूनतम संपार्श्विक क्षति होती है. ऐसे में अब दुश्मनों के लिए इजरायल की हवाई सुरक्षा को भेदकर उनपर हमला कर पाना और मुश्किल होने वाला है.
ईरान है बड़े हमले की तैयारी में
इजरायल ने बीते दिनों ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया था. इस हमले में ईरान का काफी नुकसान हुआ था. इजरायल की सेना ने अपने इस हमले को अपना बताया था और कहा था कि अगर ईरान आगे भी इजरायल पर हमला करता है तो वह और बड़े हमले के साथ इसका जवाब देगा. इजरायल के इस हमले को लेकर उस दौरान ईरान ने कहा था कि इजरायल को हमारे पलटवार के लिए तैयार रहना चाहिए. हम इसका सही समय पर सही से जवाब देंगे.