इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष का यह छठा दिन है. इजरायल पर बीते शनिवार को हुए हमले के बाद इजरायल ने भी पलटवार किया है. इजरायल की जवाबी कार्रवाई में अभी तक फिलिस्तीन में 900 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर विश्व के कई देश चिंतित हैं. इस संघर्ष को लेकर ईरान के राष्ट्रपति और साउदी के प्रिंस ने फोन पर बात की है. खास बात ये है कि तेहरान और रियाद के बीच संबंधों को फिर से शुरू करने के लिए चीन की मध्यस्थता में हुए समझौते के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहला टेलीफोन कॉल है.
"फिलिस्तीन पर हो रहे हमले को रोकने की जरूरत"
रॉयटर्स के अनुसार ईरानी मीडिया ने कहा है कि इस बातचीत के दौरान दोनों ही नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि फिलिस्तीन के खिलाफ हो रही इस जवाबी कार्रवाई को रोकने की जरूरत है. सऊदी की न्यूज एजेंसी एसपीए के अनुसार सऊदी क्राउन प्रिंस ने, अपनी ओर से, "पुष्टि की कि राज्य मौजूदा तनाव को रोकने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के साथ संवाद करने का हर संभव प्रयास कर रहा है. एसपीए ने कहा, उन्होंने किसी भी तरह से नागरिकों को निशाना बनाने की सऊदी अरब की अस्वीकृति को भी दोहराया है.
बता दें कि सऊदी अरब और ईरान सात साल की शत्रुता के बाद चीन द्वारा बातचीत के तहत इसी साल मार्च में संबंधों को फिर से शुरू करने पर सहमत हुए. इन दोनों देशों के बीच बातचीत बंद होने की वजह से खाड़ी क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को खतरे में डाल दिया था और यमन से सीरिया तक मध्य पूर्व में संघर्ष को बढ़ावा देने में मदद की थी.