कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को एक संयुक्त बयान में पुष्टि की कि इजरायल और हमास ने युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौता कर लिया है. यह समझौता 19 जनवरी से प्रभावी होने की संभावना है, इस समझौते में तीन चरणों की प्रक्रिया की रूपरेखा दी गई है जिसका उद्देश्य "स्थायी शांति" सुनिश्चित करना है, जिसमें बंधकों और कैदियों की रिहाई, आबादी वाले क्षेत्रों से इजरायली बलों की वापसी और मानवीय सहायता अभियान शामिल हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने ट्वीट किया, "आज, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा कई महीनों की गहन कूटनीति के बाद, मिस्र और कतर के साथ, इज़राइल और हमास युद्धविराम और बंधक समझौते पर पहुंच गए हैं."
कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "कतर राज्य, मिस्र अरब गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका ने घोषणा की है कि गाजा में संघर्षरत पक्षों ने बंधकों और कैदियों के बदले बंधकों को रिहा करने और स्थायी शांति की ओर लौटने के लिए एक समझौता किया है, जिससे अंततः पक्षों के बीच एक स्थायी युद्धविराम प्राप्त होगा. यह समझौता 19 जनवरी 2025 से प्रभावी होने की उम्मीद है."
IDF का ट्वीट
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर समझौता हो गया है. मंगलवार को हमास ने समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. समझौते के बाद बंधकों व कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
दोनों देश, 15 महीनों से चल रहे युद्ध पर विराम लगाने के लिए राजी हो गए हैं. सीजफायर के दौरान हमास, गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजरायली नागरिकों को रिहा करेगा. बदले में इजरायल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा.
इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधक समझौते पर पहुंचने के बाद तेल अवीव की सड़कों से दृश्य
सीजफायर डील के पहले फेज में हमास 33 बंधकों को रिहा कर सकता है, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं. जबकि इजरायल इसकी एवज में 250 फिलिस्तीन कैदियों को छोड़ेगा. इसके 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा.