इजरायल ने यमन में हूती गुट के कब्ज़े वाले इलाक़े में पहली बार सीधा और बड़ा हमला बोला है. इजरायल ने ये हमला बदले की कार्रवाई के तौर पर किया है. इस हमले में तेल डिपो, रिफ़ाइनरी और एक बिजली घर को निशाना बनाया गया. जानकारी के अनुसरा तेल डिपो में लगी भयंकर आग की लपटें और धुएं का गुबार इतना ऊंचा उठा कि इसे दूर-दूर से देखा गया. इजरायल की तरफ़ से कहा गया है कि ये उन सभी के लिए एक संदेश है जो इज़रायल पर हमला करते हैं या हमले की नीयत रखते हैं.
हूती ने इजरायल पर किया था हमला
यमन के हूती गुट ने शुक्रवार को तेल अवीव शहर पर एक ड्रोन हमला किया था. हमले में एक इज़रायल की जान चली गई थी और कई घायल हुए थे. हूती गुट पहले भी इजरायल पर 200 से अधिक हमले कर चुका है. लेकिन ड्रोन और प्रोजेक्टाइल्स को इजरायली हवाई सुरक्षा प्रणाली रोकने में कामयाब रही. लेकिन शुक्रवार को हूती का ड्रोन तेल अवीव तक पहुंच गया. हूती का दावा है कि उसने एक नए तरह के ड्रोन का इस्तेमाल किया है, जिसे डिटेक्ट नहीं किया जा सकता. लेकिन इजरायल की तरफ़ से दावा किया गया है कि इसे डिटेक्ट कर लिया गया था. लेकिन किसी मानवीय ग़लती के चलते इसे इंटरसेप्ट नहीं किया जा सका.
इजरायल ने अल हुदैदा बंदरगाह पर किया हमला
हूती के ख़िलाफ़ जवाबी कार्रवाई करते हुए इज़रायल ने अल हुदैदा बंदरगाह पर हमला किया. हमले में इजरायल ने एफ़35 जैसे युद्धक विमानों का इस्तेमाल किया. जिसके वीडियो भी इजरायल की तरफ़ से जारी किए गए हैं. इजरायल की सेना और इजरायल के प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा है कि अल हुदैदा बंदरगाह को इसलिए टारगेट किया गया क्योंकि ये एक मुख्य रास्ता है. जिसके ज़रिए ईरान हूती गुट को हथियार भेजता है और उन हथियारों का इस्तेमाल हूती इजरायल पर हमले के लिए करता है.
ग़ौरतलब है कि इज़रायल हमास जंग शुरू होने के बाद से हूती इज़रायल को निशाना बना रहे हैं. लाल सागर से गुज़रने वाले जहाजों पर भी लगातार हमले कर रहा है. अधिकतर हमलों को इलाक़े में तैनात अमेरिका समेत कई देशों के युद्धपोतों ने नाकाम कर दिया था. फिर भी कई देशों के दर्जनों जहाज़ हूती हमलों की ज़द में आए हैं. हूती के हमलों से लाल सागर का व्यापारिक समुद्री रूट बाधित हुआ है और जिसका असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है.
अब ईरान का क्या होगा रुख
अब हूती के ठिकाने पर इज़रायल के हमले के बाद नज़र ईरान पर होगी. क्योंकि इज़रायल ने सीधे तौर पर ईरान को चेतावनी दी है. इसी साल ईरान ने इज़रायल पर 300 से अधिक प्रोजेक्टाइल्स दागे थे. जिनमें से 99 फ़ीसदी को इज़रायल ने नाकाम कर दिया गया था.